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आरोग्य सेतु ऐप के जरिए जीत सकते हैं 1 लाख रुपये, बस आपको करना होगा ये काम

लंबे समय से विपक्षी दल और कई लोग आरोग्य सेतु (Aarogya Setu) ऐप को सुरक्षित नहीं बता रहे हैं और इस ऐप के जरिए लोगों की निजता खतरे में होने का दावा कर रहे हैं। इस ऐप को लेकर खड़े किए जा रहे इन्हीं सवालों के बीच अब भारत सरकार ने एक अहम एलान किया है और सॉफ्टवेयर विकसित करने वाली कंपनियों को इस ऐप की जांच-परख करने का मौका दिया है।

दिया जाएगा इनाम

भारत सरकार की और से ये एलान किया गया है कि जो भी सॉफ्टवेयर विकसित करने वाली कंपनी आरोग्य सेतु ऐप की खामियों का पता लगा देगी उसे इनाम में बड़ी राशि दी जाएगी। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि पारदर्शिता, निजता और सुरक्षा ही इस ऐप डिजाइन के मूल सिद्धांत हैं। इसके सोर्स कोड को डेवलपर समुदाय के लिए खोल दिए जाने से भारत सरकार की इन सिद्धांतों के दायरे में रहते हुए काम करने की प्रतिबद्धता का पता चलता। दुनिया में कहीं भी कोई अन्य सरकार स्रोत को इतने बड़े पैमाने पर नहीं खोलती है।

चार श्रेणी में दिया जाएगा पुरस्कार

इस ऐप की खामी पता लगाने वाले लोगों के लिए चार श्रेणी में पुरस्कार रखे गए हैं। नेशनल इंफोमेटिक सेंटर की महानिदेशक नीता वर्मा के अनुसार इसमें खामी का पता लगाने और इसके कार्यक्रम सुधार के सुझाव देने वालों को इनाम दिया जाएगा। सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशीलता को लेकर तीन श्रेणियां हैं और प्रत्येक श्रेणी के लिए एक लाख रुपये का पुरस्कार रखा गया है। चौथी श्रेणी कोड में सुधार के सुझाव की है और इस श्रेणी के लिए भी एक लाख रुपए का पुरस्कार रखा गया है।

क्या है आरोग्य सेतु ऐप

आरोग्य सेतु ऐप भारत सरकार द्वारा बनाई गई एक ऐप है। इस ऐप को कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) से लोगों को सतर्क रखने के लिए बनाया गया है। आरोग्य सेतु ऐप 2 अप्रैल 2020 को बनी थीं और इस समय करीब 11.5 करोड़ भारतीय इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। इस ऐप के फोन में होने से आपको कोरोना वायरस से जुड़ी हर जानकारी आसानी से मिल जाती है। पीएम मोदी ने देश वासियों से इस ऐप को डाउनलोड करने को कहा था। ताकि लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरुक किया जा सके।

रेल, विमान या सरकारी वाहनों में सफर करने के लिए ये ऐप फोन में होना बेहद ही जरूरी है। इस ऐप की मदद से ये आसानी से पता चल जाता है कि आपके आसपास कोई कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति है कि नहीं। साथ में ही इस ऐप की मदद से ये भी पता लगाया जा सकता है कि जिस जगह पर आप हैं वो रेड जॉन की श्रेणी में आती है कि नहीं।

आरोग्य सेतु ऐप को लेकर कुछ लोगों ने कई सारे सवाल खड़े किए थे। इस ऐप के जरिये लोगों के निजी डेटा जुटाये जाने और लोगों की निजी जिंदगी में तांक झांक करने का आरोप लगाया था। इन आरोपों को सरकार ने खारिज कर दिया था। वहीं अब इन आरोपों को गलत साबित करने के लिए सरकार ने इस ऐप के सोर्स कोड को खोल दिया गया है।

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