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मेहंदी का रंग जाने से पहले ही शहीद हो गया पति, पार्थिव शरीर से लिपटकर रोती रही पत्नी

भारतीय नौ सेना के जवान गौरव दत्त शर्मा को उनके पैतृक गांव में अंतिम विदाई दी गई है। 19 मई को गौरव दत्त शर्मा की मौत एक हादसे में हो गई थी।  जहाज में आई एक खराबी को दूर करने के दौरान ये शहीद हो गए थे। गौरव शर्मा की हाल ही में शादी हुई थी और इनके मौत के गम से इनकी पत्नी अभी तक उभर नहीं पाई हैं। झज्जर के निवासी गौरव शर्मा भारतीय नेवी में जूनियर इंजीनियर के पद पर तैनात थे और ये कबलाना गांव के रहने वाले थे।

सोमवार को तिरंगे में लिपटाकर इनका पार्थिव शरीर इनके पैतृक गांव लाया गया था। इस दौरान इनके परिवार और गांव के लोग मौजूद थे। मौके पर जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम शिखा और झज्जर की विधायक गीता भुक्कल भी मौजूद थे और इन्होंने गौरव को पुष्प अर्पित किए। वहीं सोमवार शाम को सैनिक सम्मान के साथ इनकाे अंतिम विदाई दी गई।

16 फरवरी को हुई थी शादी

गौरव शर्मा की शादी इस साल 16 फरवरी को हुई थी शादी थी। इनकी शादी झज्जर जिले के गांव धारौली की पूनम के साथ हुई थी। वहीं 10 मार्च को गौरव ने अपनी ड्यूटी को ज्वाइंन किया था। कुछ महीने पहले ही गौरव के घर में शादी की शहनाई बजी थी और अब इस घर में मातम छाया हुआ है।

8 साल पहले ज्वाइंन की थी नेवी

गौरव ने 8 साल पहले इंडियन नेवी को ज्वाइंन किया था और ये खतरनाक समुद्री इलाके सोमालिया में तैनात थे। जिस जहाज में ये थे उसमें 19 मई को ये पेट्रोलिंग कर रहे थे। पेट्रोलिंग करते हुए इंजन में खराबी आ गई थी। इस तकनीकी खराबी को दूर करने की इन्होंने खूब कोशिश की। वहीं जब ऑटोमेटिक तरीके से इंजन शुरू नहीं हुआ, तब गौरव ने मेन्युअली तौर पर इंजन को चलाने की कोशिश की और इस दौरान इंजन का एक पार्ट प्रेशर के साथ निकल गया और गौरव की जान चली गई। दरअसल समुद्री लुटेरों से समुद्री जहाजों को बचाने के लिए ये अपनी टीम के साथ आईएनएस सुमेधा जहाज लेकर मालद्वीप गए थे। वहीं 19 मई को जब मालद्वीप से जहाज वापस आ रहा था। उस दौरान जहाज में खराबी आ गई थी। जिसे सही करते समय गौरव शहीद हो गए थे।

वॉलीबॉल के थे खिलाड़ी

गौरव ने गोताखोर का भी कोर्स किया हुआ था और ये अपने ग्रुप के सबसे अच्छे तैराक थे। गौरव को वॉलीबॉल बेहद ही पसंद था। इन्होंने इस खेल में कई पुरस्कार इंडियन नेवी में रहकर भी जीते थे। वहीं अपने गांव के जिस स्टेडियम में ये खेला करते थे उसका नाम बदलकर गौरव के नाम पर रखने की मांग की जा रही है।

नारे लगते हुए किया अंतिम संस्कार

गौरव दत्त शर्मा के पार्थिव शरीर को जब उनकी गांव में लगाया गया, तब गांव वालों ने भारत माता की जय और शहीद गौरव अमर रहे के नारे लगाए। नारे लगाते हुए इनके पार्थिव देह को घर तक ले जाया गया। जहां पर इनकी पत्नी पूनम ने अपने पति गौरव के अंतिम दर्शन किए।

गौरव शर्मा के परिवार में इनका छोटा भाई राहुल दत्त, बहन निशा,पत्नी पूनम और माता पिता हैं। इनका भाई रेलवे में नौकरी करता है। जबकि बहन निशा की शादी हो चुकी है।

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