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जून-जुलाई में भारत में होगा टिड्डियों का भीषण हमला, राजस्थान और एमपी में मचा रहे हैं आतंक

कोरोना वायरस के बाद अब राजस्थान और मध्यप्रदेश राज्य पर एक और खतरा मंडरा रहा है। जो कि टिड्डियों का है। कई संख्या में टिड्डियों ने मध्य प्रदेश के कई गांवों पर हमला कर दिया है। जिसकी वजह से किसानों की फसलें खराब हो गई है।

ये जगह हैं बुरी तरह से प्रभावित

राजस्थान से मंदसौर होते हुए ये टिड्डियां मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में पहुंच आई हैं। इन टिड्डियों के दल ने पानबिहार के रनाहेड़ा गांव में डेरा जमा लिया और इन्होंने करीब 12 वर्ग किमी क्षेत्र को ढक लिया है।

भगाने की कोशिश में लगे हुए हैं

रनाहेड़ा गांव के किसान इन टिड्डी दल को भगाने की कोशिशों में लगे हुए हैं। अपनी फसलों को बचाने के लिए किसानों ने तेज आवाजें निकालीं और मशाल जलाकर इन्हें भागने की कोशिश की। इतना ही नहीं बुधवार सुबह 4 बजे कीटनाशक स्प्रे भी टिड्डी दल पर किया है। केंद्रीय टिड्डी नियंत्रण दल ने ये स्प्रे 9 गाड़ियां की मदद से किया। वहीं फायर ब्रिगेड की 5 गाड़ियां, 11 ट्रैक्टर स्प्रे पंप से चारों ओर स्प्रे करवाया गया। स्प्रे की मदद से सुबह 8 बजे तक हजारों टिड्डियां मारी गई।

इस समय कई गांव में कई सारे टिड्डी दल सक्रिय हो चुके हैं। कृषि विभाग का कहना है कि मरूस्थल में 9 टिड्डी दल और सक्रिय हो रहे हैं। जबकि नीमच जिले में बुधवार को टिड्डी दल फिर पहुंच गया है। टिड्डियां जीरन तहसील के बरखेड़ा गुर्जर, अरनिया बोराना, सकरानी जागीर, धौकलखेड़ा, कुचड़ौद गांवों के आसपास पहुंच चुकी हैं।

गांव वालों ने बजाए ढोल

ये टिड्डी एक गांव से दूसरे गांव जा रहे हैं और फसलों को खराब कर रहे हैं। वहीं टिड्डी दल जैसे ही मल्हारगढ़ तहसील में घुसा तो  भैसाखेड़ा, निनोरा, खोखरा, अमरपुरा के किसानों ने ढोल, डीजे, बजना शुरू कर दिए, जिसकी वजह से ये दल वहां से भाग गया।

वाहन चलाने में हो रही है दिक्कत

देवास जिले में बड़ी संख्या में टिड्डियां उड़ रही हैं और इनकी वजह से वाहन चलाने में परेशानी हो रही है। ये दल शाजापुर और उज्जैन की ओर से देवास जिले में पहुंचा है।

मूंग की फसल को किया चट

किसान नेता रामभरोस पटेल के अनुसार मूंग की पांच से 10 प्रतिशत फसलों को नुकसान हुआ है। सतवास में टिड्डीयों ने मूंग की फसल को खा लिया है। यहां के किसानों ने जोर-जोर से आवाज निकालकर इन्हें भगाने का प्रयास भी किया।

पाकिस्तान से आ रहे हैं ये टिड्डी

जोधपुर स्थित टिड्‌डी नियंत्रण संगठन के उप निदेशक केएल गुर्जर के अनुसार ये टिड्डियां पाकिस्तान से आ रही हैं। पाकिस्तान में इन्होंने काफी अंडे दिए हैं जो कि चिंता का विषय हैं और ये मई-जून में राजस्थान आ सकती हैं, जहां से होते हुए ये मध्य प्रदेश पहुंच सकती हैं। टिडि्डयों को मारने के लिए इन पर ट्रैक्टरों के पीछे स्प्रे मशीन लगा रसायनों का छिड़काव किया जा रहा है। मगर ये,टिडि्डयां ट्रैक्टर की आवाज सुन उड़ जाती है। सरकार की और से 5 करोड़ वाहनों के लिए और 10 करोड़ रसायन खरीदने के लिए दिए गए हैं। गौरतलब है कि पिछले साल भी टिड्डियों के हमले से करोड़ों की फसलों का नुकसान हुआ है। इसलिए इस बार राज्य सरकार इनको खत्म करने की हर कोशिश कर रही है।

जून जुलाई में और बढ़ेगी संख्या

कहा जा रहा है कि जून-जुलाई में सीमा पार से कई सारी टिड्डियां राजस्थान पर हमला करने वाली हैं। इन टिड्डों की वजह से फैसलों को काफी नुकसान पहुंचने वाला है। हालांकि केंद्रीय टिड्डी नियंत्रण दल ने अपनी कमर कस ली है और इस दल ने इन टिड्डों से बचने का रणनीति तैयार कर ली है।

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