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कोरोना काल में खुले भगवान बद्रीनाथ के कपाट, PM मोदी की तरफ से की गई पहली पूजा

भगवान श्री बद्रीनाथ के द्वार 15 मई शुक्रवार को सुबह 4:30 बजे खोल दिए गए हैं, लेकिन कपाट खोलने का तरीका इस बार बहुत भव्य नहीं, बल्कि एकदम सादा था। कपाट खोलने के दौरान मुख्य पुजारी रावल, धर्माधिकारी भूवन चंद्र उनियाल, राजगुरू, हकहकूकधारियों समेत कुल 11 लोग ही शामिल थे। बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से एहतियातन सभी लोगों ने मास्क पहना हुआ था और सोशल डिस्टेंसिंग के भी सभी नियमों का पालन किया गया। कपाट खोलने से पूर्व पूरे मंदिर परिसर को सैनिटाइज भी किया गया।

पीएम मोदी की तरफ से पहली पूजा

गौरतलब हो कि इससे पहले भगवान श्री बद्रीनाथ के कपाट खुलने के समय सेना की सुमधुर बैंड की ध्वनि और भजन मंडलियों की स्वर लहरियां बजती थीं, लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से इन सभी कार्यक्रमों पर रोक लगाई गई थी। बता दें कि भगवान श्री बद्रीनाथ के कपाट खुलने के बाद सभी लोगों ने भगवान से रोग-शोक निवृत्ति, आरोग्यता और विश्व कल्याण की प्रार्थना की। इसके बाद पीएम मोदी के नाम से भगवान बद्रविशाल की प्रथम पूजा कर मानवता के कल्याण हेतु प्रार्थना की गई।

मंदिर परिसर को भव्य रूप से सजाया गया

कपाट खोलने के पूर्व मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया था। बताया गया कि पूरे मंदिर परिसर को 10 क्विंटल गेंदे के फूल से विभूषित किया गया था। इन फूलों पर बिजली की रोशनी पड़ रही थी, जिससे पूरा मंदिर परिसर जगमग होकर अनूठी आभा बिखेर रहा था। बता दें कि कपाट खुलने के बाद वेद मंत्रों के उच्चारण से पूरा इलाका मंत्रों की ध्वनियों से गूंज उठा। इस साल कोरोना वायरस महामारी की वजह से हुए लॉकडाउन का प्रभाव धार्मिक स्थलों पर पड़ा, खास कर चारों धाम में।

15 दिन देरी से खुले कपाट

बद्रीनाथ के कपाट जरूर खोल दिए गए हैं, लेकिन अभी वहां आम लोगों को जाने की इजाजत नहीं है। भगवान श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले गए हैं, लेकिन आश्रम, दुकानें, छोटे बड़े होटल, रेस्तरां और ढाबे पूरी तरह से बंद पड़े हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस साल भगवान श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट 15 दिन देरी से खुले हैं। हर साल बद्रीनाथ धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुल जाते थे। 15 दिन की देरी कोरोना की वजह से हुए लॉकडाउन के कारण हुआ है। याद दिला दें कि उत्तराखंड में स्थित अन्य तीन धाम पहले ही खोले जा चुके हैं।

गौरतलब हो कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट पहले ही खोल दिए गए थे। इन दोनों धाम के कपाट  अक्षय तृतीया में खोले गए हैं। वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड के ही रूद्रप्रयाग जिले में शिव के धाम केदारनाथ धाम के कपाट 29 अप्रैल को ही खोल दिए गए थे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने पर देश विदेश के श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने भगवान से ये भी प्रार्थना की है कि पूरे विश्व को कोरोना वायरस संकट से मुक्त कर दें।

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