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पालघर हिंसा का आरोपी के निकला कोरोना संक्रमित, कुछ दिन पहले 2 संतों की पिट पिट कर की थी हत्या

महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की पीट-पीट कर हत्या करने के मामले में पकड़ा गया एक आरोपी कोरोना वायरस संक्रमित निकला है। दरअसल इस केस में महाराष्ट्र पुलिस ने 115 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं इन लोगों को गिरफ्तार करने के बाद इन सबकी कोरोना वायरस की जांच की गई है और इस जांच में एक आरोपी कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। जिसके बाद पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती करवा दिया है और बिना देरी किए इस व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों और पुलिसकर्मियों का भी टेस्ट लिया गया है और उन्हें होम क्वारैंटाइन किया गया है।

पालघर ग्रामीण अस्पताल में इन आरोपियों का कोरोना वायरस का टेस्ट किया गया था। इस अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ दिनकर गावित ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पालघर लिंचिंग केस में गिरफ्तार किए गए  55 साल के एक आरोपी का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। इसे पुलिस ने 17 अप्रैल को पकड़ा था और तब से ये जेल में बंद था।

जानकारी के अनुसार ये संक्रमित व्यक्ति दहानु में दिव्य-वाकीपाड़ा का रहने वाला है। वहीं इसके कोरोना ग्रस्त पाए जाने के बाद पुलिस इसकी ट्रेवल हिस्ट्री का पता लगाने में लगी हुई है। साथ में ही पुलिस ने इस व्यक्ति के परिवार वालों को भी होम क्वारैंटाइन कर दिया है।  इस आरोपी के संपर्क में कुल 43 लोग आए थे। जिनमें से 23 पुलिसकर्मी थे। पुलिस के अनुसार इस आरोपी में कोरोना वायरस के कोई भी संक्रमण नहीं थे। लेकिन पुलिस ने फिर भी इसका कोरोना वायरस टेस्ट करवाया।

इस कोरोना संक्रमित आरोपी को और अन्य आरोपियों के साथ दहानु कोर्ट में पेश किया गया था। जिसके बाद इन्हें कोर्ट ने पुलिस कस्टडी में भेज दिया था। इन सभी आरोपियों को वाडा, दहानू, कासा, विक्रमगढ़, तलासरी और अन्य पुलिस थानों में बंद किया गया था। पुलिस ने इन सभी को कोरोना वायरस के चलते अलग-अलग जेल में बंद किया था।

दो बार लिया गया था टेस्ट

इस आरोपी का 28 अप्रैल की सुबह स्वाब टेस्ट लिया गया। जिसमें वो नेगेटिव पाया गया। लेकिन शनिवार सुबह इसका एक और टेस्ट किया गया और जिसमें ये कोरोना पॉजिटिव निकला। इस आरोपी को आरएच में भर्ती कराया गया था। लेकिन अब इसे मुंबई के जेजे अस्पताल के जेल वार्ड में भेजा गया है। आपको बता दें कि पालघर जिले से अब तक 170 कोरोना के मामले सामने आए चुके हैं जिसमें से 10 लोगों की मौत हो चुकी है।

गौरतलब है कि 16 अप्रैल को मुंबई से सूरत जाने वाले दो साधुओं पर पालघर में हमला किया गया था और 200 से अधिक लोगों की भीड़ ने साधुओं की हत्या कर दी थी। दरअसल गांव वालों ने इन दोनों साधुओं को चोर मान लिया था और इसी शक के कारण इनकी हत्या कर दी गई थी। वहीं इस हत्या के मामले में पुलिस ने कार्रवाई कर 115 आरोपियों को पकड़ा है।

ये पहला मामला नहीं है जब एक आरोपी कोरोना वायरस से संक्रमित निकला है। हाल ही में महाराष्ट्र में एक चोर भी कोरोना ग्रस्त पाया गया था। जिसके बाद इस चोर के संपर्क में आने वाले लोगों और पुलिस कर्मी को होम क्वारैंटाइन किया गया था।

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