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ऐसे हुई ASI हरजीत सिंह की घर वापसी, कुछ दिन पहले ही निहंगों ने काटा था हाथ

पंजाब के जांबाज पुलिस अफसर ASI हरजीत सिंह पर आज पूरा देश गर्व कर रहा है। उन्हें आज न सिर्फ पंजाब के लोग जानते हैं, बल्कि पूरे देश में आज उनका नाम बड़े शान से लिया जा रहा है। हरजीत सिंह जैसे पुलिस अफसरों की वजह से ही आज हम कोरोना जैसे वैश्विक महामारी के खिलाफ जंग लड़ पा रहे हैं। हरजीत सिंह वो पुलिस इंस्पेक्टर है, जिनका कुछ निहंगों ने बीच सड़क पर तलवार से हाथ काट दिया था, लेकिन डॉक्टरों ने सर्जरी करके उनका हाथ वापस जोड़ दिया और अब उन्हें सर्जरी के बाद हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गई है।

हरजीत सिंह के साथ ये घटना 12 अप्रैल को हुई थी, उसके बाद से वे पिछले 15 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे, लेकिन जब उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली और वे घर पहुँचे तो वो नजारा दर्शनीय था। जी हां, हरजीत सिंह का स्वागत उनके मोहल्ले वालों ने फूल बरसा कर किया। इसके अलावा उनके लिए सड़क पर रेड कार्पेट बिछाया गया और बैंड बाजे के साथ हरजीत का भव्य स्वागत हुआ।

हरजीत सिंह का हुआ भव्य स्वागत

चंडीगढ़ से जब हरजीत पटियाला पहुँचे, तो उनके स्वागत के लिए खुद एसएसपी मौजूद थे। साथ ही पुलिस विभाग ने उनका शानदार स्वागत और अभिनंदन किया। ऐसा नजारा वर्षों में एक बार देखने को मिलता है। नजारा कुछ ऐसा था कि पहले गाड़ियों का लंबा काफिला पहुँचा और फिर पुलिस अधिकारियों के साथ हरजीत सिंह गाड़ी से बाहर आए। हरजीत के बाहर आते ही बैंड बाजों से पूरा इलाका गूँज उठा। सड़क पर रेड कार्पेट बिछे थे, जिस पर हरजीत सिंह और अन्य पुलिस अधिकारी चल रहे थे और सड़क के दोनों तरफ लोग अपने अपने घर के छतों से फूलों की बारिश कर रहे थे। घर के गेट पर पहुँचे, तो उनकी आरती उतारी गई और उनका स्वागत किया गया। इसके बाद हरजीत सिंह के एक मुस्कान ने लोगों में जोश भर दिया, क्योंकि इतनी मुश्किल परिस्थिति में भी उनका हौसला नहीं टूटा था।

पंजाब के मुख्यमंत्री ने जाहिर की खुशी


पंजाब सूबे के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी हरजीत सिंह के स्वस्थ हो जाने पर खुशी जताई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि पंजाब पुलिस के उप निरीक्षक हरजीत सिंह को पीजीआई चंडीगढ़ से छुट्टी दिए जाने की जानकारी को साझा करते हुए काफी खुश हूँ। उन्होंने आगे लिखा कि मैं पीजीआई के सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों को धन्यवाद देना चाहता हूँ, जिन्होंने ASI हरजीत सिंह का अच्छे से ख्याल रखा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरजीत सिंह को पीजीआई चंडीगढ़ से छुट्टी मिलने से पहले ही उनके बेटे को पंजाब पुलिस में कांस्टेबल के रूप में नियुक्त किए जाने का नियुक्ति पत्र भी सौंपा गया।

ड्यूटी के दौरान कटा था हाथ

लाॉकडाउन के पहले चरण (25 मार्च से 14 अप्रैल) में 12 अप्रैल को ASI हरजीत सिंह पटियाला में अपनी ड्यूटी दे रहे थे। हरजीत सिंह लॉकडाउन का पालन करवा रहे थे और शायद कुछ निहंगों को ये बात पसंद नहीं आई, तभी तो उन लोगों ने तलवार से हरजीत सिंह का हाथ काट दिया। इतना ही नहीं, उनके दो अन्य सहयोगियों को भी घायल कर दिया था।

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