समाचार

Lockdown के बाद ट्रेन में नहीं मिलेगी ये सुविधा, केंद्र सरकार जल्द ले सकती है बड़ा फैसला

लॉकडाउन खत्म होने में अब सिर्फ दो दिन ही बचे हैं। ऐसे में हर किसी के दिमाग में अभी यही चल रहा है कि लॉकडाउन आगे बढ़ेगा या खुलेगा? इस समय देश में आर्थिक गतिविधियों के साथ साथ परिवहन के सभी साधनों पर भी रोक लगी हुई है। इसी कड़ी में रेलवे सेवाओं पर भी रोक लगी हुई है, जिसकी वजह से भारतीय लाइफलाइन पूरी तरह से ठप्प पड़ी हुई है। ऐसे में, लॉकडाउन के बाद रेलवे सेवा कब शुरू होगी? इसको लेकर लोगों के जेहन में कई सवाल हैं। इसी बीच एक महत्वपूर्ण खबर रेलवे की ओर से सामने आ रही है कि भारतीय रेलवे लंबे समय तक सभी ट्रेनों से AC की बोगियां हटा सकती है, जिसकी वजह से यात्रियों को बड़ा झटका लग सकता है।

कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए फैसला

रेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि लॉकडाउन के बाद रेलवे की सेवा कैसे बहाल होगी? इस सवाल पर आए दिन बैठकें हो रही हैं। इन बैठकों में कुछ अधिकारियों द्वारा कहा जा रहा है कि लंबी दूरी की यात्रा और ट्रेनों में यात्रियों के पास पास बैठने से कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा अधिक है। इसके अलावा दुनियाभर के कई रिपोर्ट्स सामने आ रहे हैं, जिसमें ऐसा माना जा रहा है कि कोरोना वायरस उन जगहों पर ज्यादा देर तक जिंदा रहता है, जो जगह ठंडे रहते हैं। इन रिपोर्ट्स के आधार पर कई अधिकारियों ने रेलवे को ये सुझाव दिया है कि ट्रेनों में अभी AC Coach नहीं लगाया जाना चाहिए। हालांकि, इन तमाम सुझावों पर फिलहाल चर्चा ही हो रही है। दरअसल, रेलवे के संबंध में कोई भी अंतिम फैसला केंद्र सरकार ही करेगी।

प्रवासी मजदूरों और छात्रों के लिए स्पेशल ट्रेनें?

रेल मंत्रालय के एक दूसरे अधिकारी बताते हैं कि केंद्र सरकार की ओर से अलग अलग राज्यों में फंसे मजदूरों और विद्यार्थियों को अपने राज्य में लाने की अनुमति दे दी गई है। इस अनुमति के बाद से ही कई राज्य मांग कर रहे हैं कि फंसे हुए मजदूरों और विद्यार्थियों को रेलवे की मदद से ही वापस लाया जाए। ऐसी स्थिति में रेलवे इतिहास में पहली बार बिना ‘एसी कोच’ के सिर्फ जनरल बोगियों वाले ट्रेन चल सकती है। इन्हीं ट्रेनों में पहली बार यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का  प्लान भी बनाया जा रहा है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में रेल सेवा बंद है। पहले चरण के लॉकडाउन (25 मार्च-14 अप्रैल) के बाद रेलवे को बहाल करने का विचार किया जा रहा था, लेकिन केंद्र सरकार ने लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला लिया और इसके बाद रेल सेवाओं को भी बंद रखा गया।

दूसरी तरफ देश में कोविड मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है और अब देशभर में कोरोना मरीजों की संख्या 35 हजार के पार पहुँच चुकी है। ऐसे मुश्किल समय में रेलवे और देश के अन्य गतिविधियों के संबंध में अंतिम फैसला केंद्र की ओर से ही किया जाएगा।

Back to top button