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CRPF के एक जवान की कोरोना से मौत, 46 जवान कोरोना पॉजिटिव, क्वारांटाइन में पूरा बटालियन

सिर्फ सीआरपीएफ में नहीं बल्कि देश के किसी पैरा मिलेट्री फोर्स में ये पहला मामला है जहां एक जवान की मौत कोरोना से हुई है

कोरोना संक्रमण का खतरा पूरे देश में फैला हुआ है, लेकिन राजधानी दिल्ली इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित है। दिल्ली के मयूर विहार में तैनात सीआरपीएफ के 31 बटालियन में कोरोना संक्रमण के चलते एक जवान की मौत भी हो गई। इतना ही नहीं इसी बटालियन के 46 जवान भी कोरोना संक्रमित हो गए। ऐसे में पूरी बटालियन को क्वारांटाइन करके सबकी जांच की जा रही है। बता दें कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण का मामला अन्य राज्यों से कहीं ज्यादा है। दिल्ली में अब तक 3 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं और 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

एक जवान की कोरोना से मौत

बता दें कि दिल्ली में तैनात सीआरपीएफ के 55 साल के एक सबइंस्पेक्टर की सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। ये इंस्पेक्टर असम के रहने वाले थे और इन्हें पहले से हाइपरटेंशन और डॉयबटीज की बीमारी थी। सब इंस्पेक्टर सहित 31 बटालियन के बाकी जवान भी कोरोना संक्रमित हो गए। दरअसल बाकी जवान भी कोरोना से संक्रमित कुपवाड़ा में तैनात रहे 162 बटालियन के पैरामेडिकल स्टॉफ के संपर्क में आ गए थे जिसके चलते इन्हें भी कोरोना हो गया।

गौरतलब है कि ये मेडिकल स्टॉफ छुट्टी पर घर आया हुआ था। इसके बाद अचानक से लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई। छुट्टी पर घर आए जवानों से कहा गया कि आप जहां हैं वहीं रहे, लेकिन पैरामेडिकल स्टॉफ से कहा गया कि अगर हो सकते तो घर के आसपास 15 से 20 किमी के दायरे में अगर कोई यूनिट हो तो उसे ज्वाइन कर लें। इससे अगर किसी की हालत खराब होगी तो उसे फौरन मदद मिल जाएगी।

पूरा बटालियन क्वारांटाइन

निर्देश के बाद नोएडा का रहने वाले पैरामेडिकल स्टॉफ ने 7 अप्रैल को मयूर विहार के 31 बटालियन को ज्वाइन कर लिया। प्रोटोकॉल के मुताबिक उस वक्त उसे क्वारांटाइन भी किया गया, लेकिन कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिखे। 17 अप्रैल को इसमें कोरोना के लक्षण दिखने शुरु हुए तो फिर से टेस्ट कराया गया। 20 अप्रैल को टेस्ट रिजल्ट पॉजिटिव आ गया। फिर उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। इसके बाद उन जवानों की तलाश की गई तो इसके संपर्क में आए थे और फिर जिन्हें कोरोना पॉजिटिव पाया गया उन्हें मंडोली के क्वारांटाइन सेंटर में इलाज के लिए भेज दिया गया।

इसमें शामिल सब इंस्पेक्टर की तबीयत 22-23 अप्रैल के बीच खराब होने लगी और फिर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई। अब सुरक्षा के लिहाज से पूरे बटालियन को क्वारांटाइन कर दिया गया है। इस बटालियन में 600 जवान और अफसर हैं जिनकी जान इस वक्त आफत में है। उन्हें सख्त क्वारांटाइन सेंटर में रखा गया है जहां पर मेडिकल स्टॉफ और जरुरी सामान के अलावा ना किसी को अंदर जाने दिया जा रहा है और ना ही बाहर। इसके अलावा एक और सीआरपीएफ में एक और कोरोना पीड़ित मरीज अहमदाबाद  में है।

अब तक कुल मिलाकार सीआरपीएफ के 46 जवान कोरोना महामारी के चपेट  में आ चुके हैं जिसमें एक जवान की मौत भी हो चुकी है। गौरतलब है कि सिर्फ सीआरपीएफ में नहीं बल्कि देश के किसी पैरा मिलेट्री फोर्स में ये पहला मामला है जहां एक जवान की मौत कोरोना से हुई है और सावधानी के तौर पर पूरी बटालियन को क्वारांटाइन कर दिया गया है।

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