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कोरोना पॉजिटिव जमाती ने की सारी हदें पार, नॉनवेज न देने पर वार्ड ब्वॉय को मारी लात, जिसके बाद..

जमातियों के कारण भारत में कोरोना वायरस के केसों में एकदम से तेजी आई है और अधिकतर राज्यों में कोरोना ग्रस्त मरीजों में जमाती ही शामिल हैं। दिल्ली में 3 हजार के करीब लोग कोरोना वायरस से ग्रस्ते हैं। जिसमें से 63 प्रतिशत लोग जमात के हैं। इसी तरह से हर राज्य में 50 प्रतिशत से अधिक कोरोना केस जमात से जुड़े लोगों के ही हैं।

कर रहे हैं मेडिलक स्टाफ को परेशान

जमात के लोगों पर शुरू से ही मेडिकल स्टाफ के साथ बुरा बर्ताव करने का आरोप लगा रहा है। वहीं अब खबर आई है कि कानपुर में हैलट अस्पताल के मैटरनिटी कोविड-19 में भर्ती जमातियों ने फिर से मेडिकल स्टाफ के साथ बुरा व्यवहार किया है और इन्होंने खाना देने गए वार्ड ब्वॉय के साथ बदतमीजी की है। खबरों के मुताबिक जब वार्ड ब्वॉय इन जमातियों को खाना देने उनके वार्ड में गया तो जमातियों मे उससे लड़ाई की और अपनी हदें पार करते हुए वार्ड ब्वॉय को लात मार दी। जिसके बाद वार्ड ब्वॉय ने तुरंत इस बात की जानकारी अपने अधिकारियों को दी और अधिकारियों ने भोजन वितरण बंद कर दिया। वार्ड ब्वॉय के अनुसार पहले उसे लात मारी गई और इस दौरान मरीजों ने खाने की ट्रे को भी गिरा दिया।

इस वजह से की लड़ाई

कहा जा रहा है कि वार्ड ब्वॉय के साथ जिस जमाती ने ये बदसलूकी की है वो अपने खाने से परेशान था और वार्ड ब्वॉय को खाना बदल-बदल कर लाने को कहा रहा था। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्राचार्या डॉ. आरती लालचंदानी के अनुसार उनके अस्पताल में कोविड-19 के 70 मरीज भर्ती हैं। जिसमें 60 पॉजिटिव हैं। जबकि 10 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन सभी को पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। लेकिन कुछ लोग नॉनवेज की मांग कर रहे हैं। इस अस्पताल में भर्ती कम आयु के जमाती ही ज्यादा दिक्कत पैदा कर रहे हैं और बुरा बर्ताव कर रहे हैं। वहीं इस घटना के बाद पुलिस को इस बात की जानकारी दी गई है और अब पुलिस ने इन मरीजों को खाना बांटने की जिम्मेदारी अपने कांधों पर ली है।

गौरतलब है कि इससे पहले भी जमातियों की बदसलूकी की ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। दिल्ली में भी जमातियों ने मेडिकल स्टाफ के साथ ऐसा ही बर्ताव किया था और महिलाओं के साथ बदसलूकी की थी। ये लोग इलाज में सहयोग भी नहीं कर रहे थे और कोरोना से ग्रस्त होने के बाद भी खुद को स्वास्थ्य बता रहे थे। आपको बता दें कि जो लोग इलाज के दौरान मेडिकल स्टाफ के साथ बुरा बर्ताव कर रहे हैं। उन लोगों पर अब केस दर्ज किया जाएगा और ऐसा करने की सजा दी जाएगी।

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