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खुलासा : बहु ने घर के सदस्यों को जहर देकर की थी खुदकुशी, प्लान के तहत सबसे पहले दिया था जहर फिर

यूपी के एटा शहर एक ही परिवार के पांच लोगों का शव उनके घर से मिलने से इस इलाके में हड़कंप मच गया था

शनिवार सुबह एटा शहर के श्रृंगार नगर मोहल्ले में एक ही परिवार के पांच लोगों का शव उनके घर से मिलने से इस इलाके में हड़कंप मच गया था। इन पांच लोगों में दो मासूम बच्चे भी शामिल थे और हर कोई इनकी मौत की वजह तलाश रहा था। दरअसल शनिवार सुबह को जब दूध वाला दूध देने के लिए आया था। तो उस समय उसने सेवानिवृत्त स्वाथ्यकर्मी राजेश्वर प्रसाद पचौरी के मकान के अंदर पांच लोगों का शव देखा था। जिसके बाद इस बात की सूचना पुलिस को दी गई थी और मौके पर पुलिस ने आकर पांचों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। वहीं रविवार को पांचों शवों की पोस्टमार्टम की रिपोर्ट सामने आ गई है और इस रिपोर्ट के तहत दिव्या ने घर के चार सदस्यों की हत्या की थी और बाद में खुद भी आत्महत्या कर ली थी।

एसएसपी सुनील कुमार सिंह ने किया खुलासा  

बताया जा रहा है कि पांच शवों में से चार को खाने में नशीले पदार्थ मिलाकर दिए गए थे। जिसके कारण चारों की मौत हो गई। वहीं ये नशीले पदार्थ मिलाने वाली दिव्या ने खुद खाना नहीं खाया था। दिव्या सेवानिवृत्त स्वाथ्यकर्मी राजेश्वर प्रसाद पचौरी की पुत्रबधू थी और  दिव्या ने राजेश्वर प्रसाद पचौरी, अपनी 10 साल की बेटी, 10 महीने के बेटे और बहन बुलबुल (26) को ये खाना शुक्रवार की रात को खिलाया था। पुलिस सूत्र के अनुसार परिवार में घरेलू कलह चल रही थी और दिव्या ने पारिवारिक कलह के चलते चारों को शुक्रवार की रात खाना खिलाते समय विषाक्त पदार्थ भी खिला दिए। जिससे की चारों की मौत हो गई।

गला भी दबाया

खाना खिलाने के बाद भी दिव्या ये सुनिश्चित करना चाहती थी की कोई जिंदा ना रहे। इसलिए उसने खाना खिलाने के बाद सभी के गले दबाए और अपने मासूम बच्चे के मुंह को दबाकर उसको मार डाला। चारों को मारने के बाद दिव्या ने खुद विषाक्त पदार्थ खाकर जान दे दी। इतना ही नहीं जब दिव्या को लगा कि जान बच सकती है तो उसने ब्लेड से अपनी कलाई की नस भी काट ली थी। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने सभी शव परिजनों को सौंप दिए।

एसएसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि राजेश्वर प्रसाद पचौरी, बुलबुल, आरूष और आरव को खाने में विषाक्त देकर हत्या की गई। दिव्या ने इनके साथ खाना नहीं खाया और बाद में विषाक्त खाकर जान दे दी। चार शवों को अंतिम संस्कार पैतृक गांव में किया गया है और बुलबुल के परिजन शव मथुरा ले गए। राजेश्वर प्रसाद पचौरी, दिव्या पचौरी, आरूष और आरव के शवों का अंतिम संस्कार गांव सिरसा टिप्पू में शनिवार की रात ही कर दिया।

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