विशेष

रोज़ाना ज़रूरमंद लोगों की मदद कर रहे हैं अमिताभ बच्चन, बोलें- ‘बहुत मुश्किल है, जब…’

कोरोना की मार पूरा देश झेल रहा है। धीरे धीरे यह वायरस अपने पैर पसारता जा रहा है। इस संकट से पूरा देश त्रस्त है। सभी इसी बात का इंतजार कर रहे हैं कि  कब ये महामारी खत्म हो। कोरोना के संक्रमण को कम करने के लिए इस वक्त पूरे देश में लॉकडाउन है। और लॉकडाउन के कारण देश में सभी प्रकार की व्यवसायिक गतिविधियां बंद हैं। इस वजह से कई कामगार और मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। इनके लिए खाने पीने का बड़ा संकट आ गया है। और आए दिन हम इनकी खबरें सुन रहे हैं। देश की जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। इसके लिए सरकार के साथ कई लोग आए हैं। और आगे आकर मदद भी कर रहे हैं। मदद करने वालों में कई बॉलीवुड अभिनेता और अभिनेत्री भी हैं। जिन्होंने सरकार के साथ आकर लोगों की मदद की है।

इसी बीच बॉलीवुड बीग बी कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन भी लोगों की मदद कर रहे हैं। बता दें वे रोजाना 2000 खाने के पैकेट्स का वितरण कर रहे हैं। अमिताभ, ऑल इंडिया फिल्म एंप्लाई कंफेडरेशन से जुड़े कामगारों और दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों के एक लाख परिवारों को महीने भर का राशन बांट रहे हैं। इस बात की जानकारी अमिताभ ने खुद दी है। उन्होंने अपने ब्लाॉग में लिखा, 2000 खाने के पैकेट्स, लंच और डिनर, शहर के अलग अलग भागों में बांटे जा रहे हैं। अमिताभ बताते हैं, 3000 बड़े पैकेट्स पहुँचाने का काम भी शुरू हो चुका है। इससे तकरीबन 12000 लोगों का पेट भरेगा।

इसके आगे अमिताभ ने अपने ब्लॉग में इस बात की भी जानकारी दी कि, ये खाने के पैकेट्स कहां कहां बांटे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि, राशन के पैकेट्स हाजी अली दरगाह, माहिम दरगाह, बाबुलनाथ दरगाह, बांद्रा के स्लम, और उत्तरी मुंबई के कुछ स्लम इलाकों में बांटे जा रहे हैं। अमिताभ बताते हैं कि, खाने के पैकेट्स बांटने का काम बहुत ही मेहनत का काम है।

अमिताभ अपने ब्लॉग में लिखते हैं, लॉकडाउन लगा हुआ है, ऐसे में घरों से बाहर निकलना गैर-कानूनी है। और ऐसी स्थिति में खाने के पैकेट्स को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाना बहुत कठिन काम है। अमिताभ कहते हैं, खाने के पैकेट्स तो तैयार कर लिए गए हैं। लेकिन इन पैकेट्स को उचित जगह तक पहुंचाने में काफी दिक्कत हो रही है। उन्होंने बताया, एक सामान्य वाहन से खाने के 50-60 पैकेट्स ही एक से दूसरे जगह ले जाया जा सकता है। लेकिन 2-3 हजार पैकेट्स को ले जाने के लिए किसी बड़े वाहन की जरूरत होती है। अमिताभ ने आगे कहा कि, समस्या वाहन नहीं बल्कि एक स्थान से दूसरे स्थान तक आने जाने की है।

बीग बी कहते हैं, ऐसे संकट के समय में पैकेट्स बांटने वाले वांलटियर्स मुश्किल समय में भी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। सभी वालंटियर्स ये ध्यान रख रहे हैं कि सबकुछ ठीक हो। ये पूरे देश के लिए काफी मुश्किल भरा समय है। ऐसे समय में हम सभी को एक साथ आना होगा। अमिताभ बताते हैं कि जैसे जैसे दिन बढ़ रहे हैं, लाइनें दिन-प्रतिदिन लंबी होती जा रही हैं।

Back to top button