अध्यात्म

मां को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि के दौरान जरूर करें ये तीन काम, तभी होंगी माता रानी खुश

चैत्र नवरात्रि के दौरान मां के नौ रुपों की पूजा की जाती है और मां से खुशहाल जीवन की कामना की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान मां की पूजा करने से हर कामना पूरी हो जाती है और मां शक्ति प्रदान करती हैं। नवरात्रि के दौरान मां को प्रसन्न करने के लिए आप नीचे बताए गए तीन कार्य को जरूर करें। इन तीन कार्यों को करने से मां प्रसन्न हो जाती हैं।

नवरात्रि के दौरान जरूर करें ये तीन काम

मन लगाकर करें पूजा

नवरात्रि की पूजा नौ दिनों तक की जाती है। इस दौरान आप सच्चे मन से मां की पूजा करें और हो सके तो व्रत भी रखें। मां की पूजा करते समय उन्हें हरे रंग की चूडी जरूर चढ़ाएं और रोज भोग लगाएं। मां की पूजा पूरी होने के बाद आरती जरूर करें और आरती करते समय मां के सामने कपूर जरूर जलाएं। वहीं नवरात्रि के आठवें या नौंवें दिन कन्या का पूजन भी जरूर करें। क्योंकि कन्या के पूजन के बिना नवरात्रि की पूजा पूरी नहीं मानी जाती है। ऐसा कहा जाता है कि कन्या को भोजन करवाने से मां प्रसन्न हो जाती हैं और मां हर कामना पूरी कर देती हैं।

जरूर करें कलश की स्थापना

नवरात्रि के पहले दिन कलश की स्थापना जरूर करें। कलश की स्थापना के बिना मां की पूजा अधूरी मानी जाती है। कलश की स्थापना प्रथम नवरात्रि के दिन की जाती है और इसकी स्थापना करने के बाद ही मां की पूजा शुरू की जाती है। ये कलश नौं दिनों तक स्थापित किया जाता है और जिस दिन कन्या पूजन किया जाता है। उस दिन कलश में रखें नारियल को फोड़कर प्रसाद के रुप में बांटा जाता है।

इस तरह से करें कलश की स्थापना

कलश की स्थापना करने हेतु आप मां की चौकी के ऊपर लाल रंग का कपड़ा बिछा दें। फिर इसके ऊपर तांबे का एक कलश रख दें। इस कलश के अंदर पानी भर दें और आम के पांच पत्ते डाल दें। फिर एक लाल रंग की चून्नी में नारियल को लपेट दें और इस नारियल को कलश के ऊपर रख दें। वहीं रोज पूजा करते समय कलश के ऊपर फूल जरूर अर्पित करें। कन्या पूजन के दिन कलश के ऊपर रखें नारियल को तोड़कर कन्याओं में बांट दें और कलश का पानी पौधे में डाल दें।

जरूर बोएं जौ

मां की चौकी के पास एक मिट्टी का पात्र रखे दें और उसमें जौ बोएं। जौ को खुशहाली का प्रतिक माना जाता है और इसे बोने से घर में तरक्की होता है। जौ को बोने के लिए एक पात्र के अंदर मिट्टी डाल दें और इस मिट्टी के अंदर जौ को मिला दें। फिर इसको पानी दें। रोज मां की पूजा करने से पहले जौ को पानी जरूर दें और इसकी पूजा करें। वहीं नवरात्रि खत्म होने के बाद जौ को पात्र सहित पीपल के पेड़ पर रख दें।

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