राजनीति

लोकप्रियता के कारण वापस गोवा लौटे पर्रिकर, रक्षा मंत्रालय से दिया इस्तफ़ा!

यूपी समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों ने कई बड़े बदलावों को जन्म दिया है. चुनाव के नतीजों का असर मोदी कैबिनेट पर पड़ ही गया. गोवा में भले ही बीजेपी को बहुमत नहीं मिला फिर भी बीजेपी सरकार बनाने जा रही है. गोवा में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज की है. मगर कांग्रेस के पास बहुमत नहीं है, ऐसे में बीजेपी गोवा में सरकार बनाने की तैयारी कर चुकी है.

लोकप्रियता के कारण वापस गोवा लौटे पर्रिकर-

गोवा में बीजेपी को नुकसान हुआ है और माना जा रहा है कि यह नुकसान उसे इसलिए हुआ है क्योंकि गोवा बीजेपी का सबसे बड़ा चेहरा केन्द्रीय कैबिनेट के लिए काम कर रहा है. मोदी कैबिनेट में रक्षा मंत्री रहे मनोहर पार्रिकर गोवा के सबसे लोकप्रिय नेता हैं. मोदी कैबिनेट में शामिल होने से पहले पार्रिकर गोवा के मुख्यमंत्री भी थे. लेकिन जब से पार्रिकर केंद्र में आये हैं तबसे गोवा में बीजेपी कमजोर पड़ गयी है.

Exemption for Political Parties

अब एक बार फिर गोवा में बीजेपी को मजबूत करने के लिए मनोहर पार्रिकर को गोवा भेजा जा रहा है. सोमवार को उन्होंने रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफ़ा दे दिया. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उनका इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया है. बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया है कि वे गोवा के मुख्यमंत्री बनेंगे. मंगलवार को शाम 5 बजे मनोहर पार्रिकर गोवा के सीएम पद की शपथ लेंगे और अब वित्त मंत्री अरुण जेटली रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे. राष्ट्रपति ने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी-

गौरतलब है कि वित्त मंत्री इससे पहले भी रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाल चुके हैं मोदी सरकार की पहली कैबिनेट में अरुण जेटली के पास वित्त मंत्रालय के साथ-साथ रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार भी था. लेकिन मनोहर पर्रिकर का काम देखते हुए कैबिनेट विस्तार के दौरान उन्हें केंद्र में बुला लिया गया था.

वहीं पर्रिकर गोवा नहीं छोड़ना चाहते थे, वो गोवा में मुख्यमंत्री बने रहना चाहते थे, लेकिन पार्टी और शीर्ष नेतृत्व उन्हें केंद्र से जुडी जिम्मेदारियों में लगाना चाहता था. पर्रिकर बहुत जल्द ही रक्षा मंत्रालय का काम समझ लिए और उन्होंने रक्षा क्षेत्र में कई अहम् और बेहद अच्छे नीतिगत बदलाव भी किये हैं. लेकिन अब वो वापस गोवा के मुख्यमंत्री होंगे. इससे पहले मनोहर पार्रिकर तीन बार, साल 2002, 2005 और 2012 में गोवा के मुख्यमंत्री चुने गए थे और 2014 के लोकसभा चुनावों के बाद उन्हें केंद्र की राजनीति में बुला लिया गया था.

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