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पूरी दुनिया को भुगतनी पड़ेगी चीन की गलती की सज़ा, जानवरों के साथ इनकी बर्बरता देख आ जाएगी घिन

चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस से पीड़ित पहला शख्स मिला या ये भी कह सकते हैं की कोरोना वायरस के जितने भी शुरआती मरीज मिले वो वुहान शहर के मीट मार्किट से ही आये है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर कहाँ से आया ये वायरस ..वो कौन सा सोर्स था जिससे ये इंफेक्टिव वायरस लोगों के शरीर में दाखिल हुआ. और आज इसे इंटरनैशनल इमरजेंसी घोषित करने की नौबत पड़ गयी. इन सभी सवालों के जवाब देने के लिए हम आपको एक वीडियो दिखाने जा रहे हैं जिससे आपको पता चलेगा की कोरोना वायरस आखिर कैसे फैला और कैसे कोरोना वायरस को प्रकृति का बदला कहा जा सकता है.

आपको जानकर हैरानी होगी कि वुहान के जिस मीट मर्कट से कोरोना वायरस की शुरुआत हुई वहां पर 12 तरह के जानवरों का मीट बिकता है. आपने वो कहावत तो सुनी ही होगी “जैसे को तैसा”इंसान ने नेचर के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ किया. मानव जाती को नेचर ने ये मौका दिया की वो फले फूले…उसके अनुसार सभी कुछ तय किया. मौसम बनाये, प्रकृति बनायीं और वो सभी रिसोर्सेज दिए जिससे इंसान अपनी बस्तियां बसा सके. और आज के समय में इंसान फ़ूड चेन के टॉप पर पहुँच गया है. आज इंसान पृथ्वी पर पायी जाने वाली प्रजातियों में सबसे ऊपर गिना जाता है. क्योंकि इंसान के पास दिमाग है.

पृथ्वी ने इंसानों को चुना जिससे वो पृथ्वी को आगे बढ़ा सके और बाकि जानवरों को अपनी छत्रछाया में पाले और उनका ध्यान रखे. पर इंसान ने क्या किया…इंसान ने हमेशा प्रकृति से लिया पर बदले में कभी भी प्रकृति को कुछ वापस नहीं दिया. इंसान ने हमेशा प्रकृति का इस्तेमाल किया कभी प्रकृति का संरक्षण करने का नहीं सोचा. सोचिये कितनी बड़ी विडंबना है जिन जानवरों को हमने खासकर चीनियों ने मारा उन्हें बाजार में नीलाम किया ज़िंदा बेचा और ज़िंदा खाया, आज उन जानवरों के अंदर की बीमारी इंसान में घर करने लगी और ये अपने आप हुआ है.

वो इंफेक्शन और बीमारी जो सिर्फ जानवरों के अंदर पायी जाती थी वो अब इंसान को होने लगी है. कैसे हुआ ये? क्या इसे नेचर का बदला कहा जा सकता है. नेचर ने जो इंसान को जगह दी थी क्या वो उसे छीन लेना चाहती है. और क्या आने वाले समय में कोरोना वायरस जैसा कोई वायरस मानव जाती के अंत का कारण बनेगा. चीन से फ़ैले कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में अब तक लगभग दस हज़ार लोग संक्रमित हो चुके हैं. इनमे से 6 हज़ार से अधिक मरीज केवल चीन के हैं. चीन में कोरोना वायरस के कारण अभी तक 220 लोगों की जाने जा चुकी हैं. आज हम आपको बताने जा रहे है वुहान के उस जानवर बाजार के बारे में जहाँ इंसान के खाने के लिए हर प्रकार के जानवर मिलते हैं. और शायद इन्ही जानवरों में से किसी एक जानवर के अंदर कोरोना वायरस था जो इंसान के अंदर आ गया.

वुहान शहर के मीट मार्किट में सिर्फ मुर्गा मछली या बकरे का मांस नहीं मिलता है बल्कि यहाँ पर उन सभी जानवरों का मीट मिलता है जिसे इंसान खा सकता है. यहाँ पर ज़िंदा जानवरों के अलावा मरे हुए जानवरों को भी बेचा जाता है. आप इस वीडियो में देख सकते हैं की यहाँ पर किन किन प्रकार के दुर्लभ जीवो को भी खाया जाता है. तो आप ही सोचिये की क्या इन जानवरों को खाने से इनके अंदर पायी जाने वाली बीमारियों से इंसान बच पायेगा. चीन सरकार द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक़ देश में कोरोना वायरस के कारण सोमवार तक 64 और लोगों की मौतों हो चुकी है. ऐसे में अब मरने वालों की संख्या 425 हो गयी है.

कोरोनोवायरस ने भारत में दी दस्तक, इस शहर में वायरस के संक्रमण का पहला मामला आया सामने

चीन के वुहान शहर से फैल रहे कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में तहलका मचा हुआ है. इस वायरस के कारण बढ़ते मौत के आंकड़ों के साथ ही 14 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं. इंडिया में कोरोना वायरस के प्रभाव की बात करें तो हाल ही में केरल में तीसरे मरीज में कोरोना वायरस का केस पाया गया है. ये शख्स हाल में चीन से वापस आया है. यहाँ पर मरीज को अलग वॉर्ड में रखा गया है, वैसे इस मरीज की हालत स्थिर है और उसके ऊपर करीब से निगरानी भी रखी जा रही है. केरल में कोरोना वायरस का मामला सामने आने के एक दिन बाद राज्य सरकार ने लोगों को इस वायरस के खतरे के प्रति आगाह किया है, पर सरकार ने यह भी कहा है कि इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है.

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