अध्यात्म

विष्णु की कृपा पाने के लिए ‘तुलसी की माला’ पर करें इन मंत्रों का जप, हर जाप से जुड़ी है विशेष माला

मंत्रों का जाप करने के लिए माला का प्रयोग किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में कई सारी मालाओं का उल्लेख किया गया है और हर माला विशेष जाप से जुड़ी होती है। कौन-सी माला जपने से क्या लाभ मिलते हैं और किन मंत्रों का जप किस माला पर करना चाहिए। इसकी संपूर्ण जानकारी इस प्रकार है।

स्फटिक की माला

स्फटिक की माला देखने में सफेद रंग की होती है और इस माला को मुखी ब्रह्मा का स्वरूप माना जाता है। स्फटिक की माला पर माता लक्ष्मी और सरस्वती के मंत्रों का जाप करना लाभदायक माना जाता है। नीचे बताए गए मां लक्ष्मी और सरस्वती के मंत्र का जाप करने से धन और ज्ञान की प्राप्ति होती है। इसके अलावा जिन लोगों पर शुक्र ग्रह भारी है, वो लोग इस माला को धारण करें। इसे धारण करने से शुक्र ग्रह शांत हो जाता है।

मंत्र

‘पंचवक्त्र: स्वयं रुद्र: कालाग्निर्नाम नामत:।।’

दरिद्रतानाशक मंत्र : ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम:।

कमल गट्टे की माला

कमल का फूल मां लक्ष्मी का प्रिय फूल माना गया है। कमलगट्टे की माला पर जाप करने से मां लक्ष्मी की कृपा बन जाता है। हर शुक्रवार को कमलगट्टे की माला पर 108 बार ”ॐ श्रींश्रीं महालक्ष्म्यै’ का जाप करें। ऐसा करने से धन से संबंधित हर परेशानी दूर हो जाएगी। शुक्रवार के अलावा अक्षय तृतीया, दीपावली, अक्षय नवमी के दिन भी इस माला पर मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करना लाभदायक होता है।

वैजयंती की माला

भगवान सूर्य और विष्णु जी के मंत्रों का जाप करने के लिए वैजयंती की माला का प्रयोग किया जाता है। वैजयंती के बीजों से बनीं इस माला पर मंत्रों का जाप करने से  बुरे ग्रहों का प्रभाव भी खत्म हो जाता है। इतना ही नहीं शनि दोष से भी मुक्ति मिल जाती है।

तुलसी की माला

तुलसी की माला का जिक्र शालग्राम पुराण में  मिलता है और इस पुराण के अनुसार इस माला पर जप करने से सभी देवता प्रसन्न हो जाते हैं।  विष्णु, राम और कृष्ण जी से संबंधी मंत्रों का जाप करने के लिए तुलसी की माला का ही इस्तेमाल करना चाहिए। इस माला पर ॐ विष्णवै नमः, ॐ श्रीकृष्णाय शरणं मम।, कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणत क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नम:॥ और  राम… राम… राम…. या ॐ हं हनुमते नम:। का जप करना श्रेष्ठ माना जाता है।

चंदन की माला

मां दुर्गा की उपासना करते समय रक्त चंदन की माला का प्रयोग किया जाता है और इस माला पर ॐ दुर्ग दुर्गाय नम: मंत्र का जाप करने से मां दुर्गा आपकी हर कामना पूरी कर देती हैं। जबकि मां सरस्वती, महालक्ष्मी मंत्र और गायत्री मंत्र का जाप करने के लिए सफेद चंदन की माला शुभ होती है।

रुद्राक्ष की माला

भगवान शंकर के सभी मंत्रों का जप केवल रुद्राक्ष की माला पर ही करना चाहिए। रुद्राक्ष की माला के अलावा अगर किसी और माला पर शिव जी के मंत्रों का जाप किया जाए तो जाप करने का फल नहीं मिलता है।

मोती की माला

इस माला पर मंत्रों का जाप करने से मन को शांति मिलती है। चंद्र ग्रह को शांत रखने के लिए मोती की माला पर चंद्र देव के मंत्रों का जाप करें।

Back to top button