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61 बरस के पापा के लिए दुल्हनियां तलाश रही है ये लड़की, इस वजह से लिया ये फैसला

टीवी दुनिया में धारावाहिकों की भरमार है। कई चैनल्स तो सिर्फ धारावाहिकों पर ही आधारित चैनल हैं। ऐसे में सोनी टीवी पर एक धारावाहिक प्रसारित होती है। जिसका नाम मेरे डेड की दुल्हन है। इसी धारावाहिक से प्रेरित और प्रभावित होकर एक बेटी आगे आई है। जो अपने पापा का अकेलापन दूर करना चाहती है। वो अपने पापा के एकाकीपन को दूर करने के लिए एक दुल्हन की तलाश कर रही है। यानी बेटी चाहती है कि मेरे डेड की दुल्हन है।

बता दें इस बेटी के पापा की उम्र 61 वर्ष है। उम्र अधिक होने की वजह से बेटी परिचय सम्मेलन के माध्यम से अपने पापा के लिए दुल्हन खोज रही है। ताकि उसके पापा का अकेलापन दूर हो सके। तो आइये जानते हैं बेटी अपने पापा के लिए कैसे दुल्हन खोज रही है।

इंदौर, मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी कही जाती है। यहां बड़े बड़े उद्योगों के बसे होने के कारण इसे औद्योगिक राजधानी भी कहा जाता है। यहां का खानपान भी बड़ा लोकप्रिय है। लेकिन यहां पिछले दिनों जाल सभाकक्ष में एक अजीब प्रकार के परिचय सम्मेलन का आयोजन किया गया। बता दें इस आयोजन सम्मेलन में 50 से अधिक उम्र वालों को अपने लिए जीवनसाथी की तलाश थी। यह अपने आप में एक प्रकार का अनूठा परिचय सम्मेलन है।
इस परिचय सम्मेलन में 50 से लेकर 75 वर्ष तक के उम्र वाले लोग पहुँचे। जिन्हें जीवनसाथी की तलाश थी।

सभी लोगों ने मंच पर बताया कि उन्हें किस प्रकार का हमसफर चाहिए। इस तरह से इस सम्मेलन में करीब 200 से अधिक लोग पहुँचे हुए थे। इसी सम्मेलन में एक व्यक्ति पहुँचे हुए थे जिनका नाम श्रीपाल टोग्या था। उनकी पत्नी का निधन हो चुका है। और श्रीपाल की तीन बेटियां हैं और उन तीनों की भी शादियां हो चुकीं हैं। श्रीपाल की छोटी बेटी जिसका नाम रीना है उससे अपने पिता का एकाकीपन देखा नहीं जा रहा था। उसने अपने पिता के स्थान पर खुद को महसूस किया और उसे लगा कि जिंदगी एक सफर है, तो इसमें कोई हमसफर भी होना चाहिए जिससे वो अपने दिल की बात कह सकें। रीना कहती हैं कि पापा की शादी के बाद घर की देखभाल भी अच्छे से होगी और पापा का अकेलापन भी खत्म होगा। वो आगे कहती हैं किसी योग्य महिला से पापा की शादी हो जाती है तो उनका घर भी बस जाएगा।

बुजुर्ग परिचय सम्मेलन की एक बात ये थी कि इसमें जितने भी लोग आए थे सभी उच्च आय वर्ग से ताल्लुक रखते थे। इस सम्मेलन में सभी अपने लिए जीवनसाथी की तलाश में आए थे। सभी ये चाहते थे कि कोई ऐसा हमसफर मिले जिससे जीवन में आगे का सफर आसानी से कटे। यह सम्मेलन अनुबंध फाउंडेशन और रिजवान आढ़तिया फाउंडेशन के संयुक्त सहयोग से आयोजित किया गया था। इस संस्था के अध्यक्ष नट्टू पटेल हैं। और संयोजक हेमलता अजमेरा। इन दोनों का कहना है कि अब तक वो 159 शादियां सफल रूप से करवा चुके हैं। और इससे पहले इस तरह के 58 सम्मेलन हुए हैं। ये 59वां सम्मेलन था।

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