स्वास्थ्य

बार-बार नाखूनों का नीला पड़ना हो सकता हैं इन गंभीर समस्या का संकेत..

सर्दी के मौसम में कई लोगों के नाखूनों का रंग एकदम से बदल जाता है और नाखून नीले पड़ जाते हैं। अगर आपके नाखूनों का रंग भी बार-बार बदलता है तो आप इसे नजरअंदाज ना करें। क्योंकि कई बार ये किसी गंभीर रोग होने का इशारा होता है। नाखूनों का बैंगनी या नीले रंग का हो जाना इस बात का संकेत माना जाता है कि आपका शरीर अंदर से स्वस्थ नहीं हैं। वहीं किन वजहों से नाखूनों का रंग बदलता है उसकी जानकारी इस तरह से है।

तो इन वजहों से होता है नाखूनों का रंग नीला

ऑक्सीजन की कमी

लाल रक्त कोशिकाओं में ऑक्सीजन की कमी होने के चलते कई बार नाखूनों का रंग नीला पड़ जाता है। लाल रक्त कोशिकाओं में ऑक्सीजन की कमी एक तरह की बीमारी होती है। जिसे सायनोसिस के नाम से जाना जाता है। सायनोसिस रोग के तहत रक्त में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता है और ऐसा होने से नाखूनों की त्वचा नीली पड़ जाती है। नाखूनों के नीले पड़ने के अलावा सांस कम आना, सांस लेने में तकलीफ होना, सांस फूलना और  छाती में दर्द होना भी सायनोसिस रोग होने की और इशारा करता है। इसलिए नाखूनों का रंग नीला होने पर आप अपनी जांच डॉक्टर से जरूर करवाएं।

निमोनिया

निमोनिया होने पर भी नाखूनों का रंग नीला पड़ जाता है। ये रोग होने पर तेज बुखार रहता है और नाखून का रंग एक दम से बदल जाता है। इसलिए जिन लोगों को तेज बुखार रहे और उनके नाखूनों का रंग नीला पड़ जाए वो लोग निमोनिया का टेस्ट करवा लें।

रक्त प्रवाह सही से ना होना

कई बार हाथों और पैरों की रक्त वाहिकाएं अनुपयुक्त रूप से सख्त हो जाती हैं। जिसके कारण हाथों और पैरों तक सही से खून नहीं पहुंच पाता है और ऐसा होने पर नाखूनों का रंग नीला पड़ जाता है। हाथों और पैरों तक खून का सही से ना पहुंचना रायनौड फैनम रोग होता है और आमतौर पर सर्दी के मौसम के दौरान ही ये रोग होता है। अगर आपको ये रोग हो तो आप अपने शरीर को गर्म रखें। ऐसा करने से रक्त वाहिकाएं में खून सही से प्रवाह करेगा और हाथों और पैरों तक खून सही से पहुंच जाएगा।

हृदय रोग

कई लोगों को जन्मजात से हृदय और वाहिकाओं की असामान्य संरचना की शिकायत रहती है। जिन लोगों को ये शिकायत रहती है उन लोगों के नाखून भी नीले पड़ जाते हैं। क्योंकि ऐसा होने से उनके शरीर में खून का संचारण सही से नहीं हो पाता है।

फेफड़ों का रोग

अस्थमा, तीव्र श्वसन संकट सिंड्रोम और फेफड़ों में रक्त के थक्के जमा होना भी नाखून नीले होने का मुख्य कारण माना जाता है। जिन लोगों को फेफड़ों से जुड़े ये रोग होते हैं। उन लोगों के नाखून अक्सर नीले ही रहते हैं। इसलिए ये रोग होने पर इसका इलाज आप जरूर करवाएं।

आमतौर पर कई बार अधिक ठंड होने के कारण नाखून नीले पड़ जाते हैं। इसलिए आपको  अगर ठंड के मौसम में ये समस्या एक दो बार हो तो आप इसे ज्यादा गंभीरता से ना लें। वहीं बार बार नाखूनों के नीला पड़ने पर इसे अनदेखा भी ना करें।

Back to top button