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8 पाक नागरिकों को मिली भारत की नागरिकता, खुश होकर लगाएं वंदेमातरम के नारे

संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ देश भर के अलग-अलग कोनों में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इन्ही प्रदर्शनों के बीच भारत सरकार ने 8 पाकिस्तानी नागरिकों को मंगलवार के दिन भारतीय नागरिकता सौंपी है। बताया जा रहा है कि भारतीय नागरिकता राजस्थान में रहने वाले 8 पाकिस्तानी नागरिकों को दी गई है। जो कि 90 के दशक में भारत आए थे और तब से शरणार्थी के तौर पर यहां रह रहे थे। पाकिस्तान में इन लोगों के साथ हुए अत्याचार के बाद इन्होंने भारत आने का फैसला लिया था।

पाकिस्तान में किया गया था अत्याचार

राजस्थान के कोटा में रहने वाले ये लोग बांटवारे के बाद पाकिस्तान में रहा करता था।  लेकिन हिंदू होने के कारण इनके साथ पाकिस्तान में कई तरह के अत्याचार किए गए थे। इन अत्याचारों से परेशान होकर ये लोग 90 के दश्क के दौरान भारत आ गए थे। भारत आने के बाद इन्हें भारत सरकार की और से शरणार्थी बनाया गया था। साल 2000 में ये लोग कोटा में अपने रिश्तेदारों के साथ रहने लगे। वहीं लंबे इंतजार के बाद इन लोगों को भारतीय नागरिकता भारत सरकार द्वारा दे दी गई है और ये भारत के नागरिक बन गए हैं।

इन आठ लोगों को कोटा के कलेक्टर ओमप्रकाश द्वारा भारतीय नागरिकता सौंपी गई है। भारतीय नागरिकता सौंपते हुए इन लोगों को पहले हार पहनाया गया और उसके बाद इन्हें नागरिकता प्रमाण पत्र सौंपा गया। वहीं नागरिकता प्रमाण पत्र पाकर ये लोग बेहद ही खुश हुए और मोदी सरकार का शुक्रिया अदा करने लगे। इतना ही नहीं इन लोगों ने नागरिकता प्रमाण पत्र मिलते ही भारत माता की जय और वंदेमातरम के नारे भी लगाए।

जिन लोगों को भारतीय नागरिकता सौंपी गई है उनके नाम गुरुदास मल पुत्र भीखचंद, विद्या कुमारी पुत्री असदोमल, आइलमल पुत्र धर्मनमल, सुशीलन बाई पुत्री नानूमल, रुक्मणी पुत्री खोबुमल, नरेश कुमार पुत्र चंदरमल, सेवक पुत्र धर्ममन मल और कौशल्या बाई पुत्री नानूमल हैं। ये सभी लोग पाकिस्तान के सिंध प्रांत के रहने वाले सिंधी समुदाय के लोग हैं। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक अत्याचार का शिकार होने के बाद इन्होंने भारत का रूख किया था।

बच्ची का नाम रखा ‘नागरिकता’

इससे पहले दिल्ली में रहने वाले  पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी की बेटी को भी ‘नागरिकता’ का प्रमाण पत्र सौंपा गया था। इस शरणार्थी की बेटी का जन्म नौ दिसंबर को हुआ था और जन्म के बाद ही इस बच्ची को भारत की नागरिकता मिल गई थी। वहीं नागरिकता मिलने के बाद इस बच्ची का नाम इसके परिवार वालों ने ‘नागरिकता’ रखा था।

गौरतलब है कि संशोधित नागरिकता कानून को हाल ही में लोकसभा और राज्य सभा से पास करवाया गया था। इस कानून के तहत शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देना का प्रावधान लगाया गया है। हालांकि इस प्रावधान में मुस्लिम समुदाय के लोगों को शामिल नहीं किया गया है। जिसकी वजह से इस कानून को लेकर देश भर में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। हालांकि इन प्रदर्शनों के बीच ही कई शरणार्थियों को भारत सरकार द्वारा नागिरकता दे दी गई है और पाकिस्तान से आए कई शरणार्थी भारत के नागरिक बन गए हैं।

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