दिलचस्प

लोगों के दिलों में बसने वाले महात्मा गांधी कैसे आए बैंक के नोट में? जानिए दिलचस्प जानकारी

2 अक्टूबर, 1869 को गुजरात के पोरबंदर में जन्में मोहनदास करमचंद्र गांधी को पूरा देश महात्मा गांधी, राष्ट्रपिता और बापू के नाम से भी जानता है। महात्मा गांधी ने हमेशा अहिंसावादी और सत्यता के साथ अपना जीवन जिया और उनकी बातों से प्रभावित होकर ही बहुत से लोगों ने उनके सामने सिर झुकाया है। महात्मा गांधी ने अपने जीवन में हर जरूरतमंदों की मदद की है और उन्हें सिखाया है कि मेहनत करो क्योंकि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती है। मगर इस सबके बीच आप जानते हैं कि दिलों में बसने वाले महात्मा गांधी कैसे आए बैंक के नोट में? इसके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए।

दिलों में बसने वाले महात्मा गांधी कैसे आए बैंक के नोट में?

2 अक्टूबर, 2019 को देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहा है। इस मौके पर पीएम मोदी ने सुबह ही ट्विटर पर बापू को याद किया और गांधी के विचारों, उनके मानवीय मूल्यों और सद्भाव के साथ अहिंसा के संदेश को भी हम सबने खूब पढ़ा। आज इस मौके पर इतिहास के पन्नों को पलटते हैं और जानते हैं कि भारतीय करेंसी पर महात्मा गांधी कैसे आए। भारतीय रुपये के नोटों में बीते कई सालों में बदलाव हुए हैं लेकिन तमाम बदलावों के बीच महात्मा गांधी की तस्वीर कभी नहीं बदली।

 

ये फोटो किसने खींची थी और पहली बार भारतीय रुपये में इसका प्रयोग कब किया गया था। महात्मा गांधी की ये तस्वीर पहली बार साल 1969 में छपी थी। उनका जन्म 1869 में हुआ था और ये तस्वीर इसलिए 100 सालों के बाद 1969 में छपी उसमें गांधी जी के पीछे सेवाग्राम आश्रम भी था।

साल 1969 में पहली बार महात्मा गांधी की तस्वीर वाले नोटों की सीरीज जारी की गई। बापू की जो तस्वीर हम आज नोटों पर देखते हैं वो वायसराय हाउस (अब राष्ट्रपति भवन) में साल 1946 में खींची गई थी। राष्ट्रपिता म्यांमार (तब बर्मा) और भारत में ब्रिटिश सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत फ्रेडरिक पेथिक लॉरेंस से मुलाकात के लिए गए थे। वहीं पर गांधी जी की ये तस्वीर को पोट्रेट के रूप में भारती नोटों पर अंकित किया गया था, हालांकि तस्वीर किस फोटोग्राफर ने ली थी इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं है।महात्मा गांधी से पहले भारतीय नोट पर अशोक स्तंभ की जगह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की फोटो स्थान दिया और अशोक स्तंभ को नोट के निचले हिस्से में बाईँ तरफ रखा गया। ये अशोक स्तंभ अब निचले हिस्से में दाईं ओर दिखता है।

अशोक स्तंभ और महात्मा गांधी की तस्वीर से पहले भारतीय रुपये पर किंग जॉर्ज की तस्वीर हुआ करती थी। किंग जॉर्ज की तस्वीर वाला नोट साल 1949 तक चलन में रहा और इसके बाद अशोक स्तंभ नोट आया।रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अनुसार, सभी नोटों पर वॉटर मार्क एरिया में महात्मा गांधी की फोटो मुद्रित करने की सिफारिश 15 जुलाई, 1993 में हुई थी। जबकि नोट में दाहिनी ओर गांधी जी की तस्वीर मुद्रित करने की शिफारिश उस समय की सरकार से साल 1995 में हुई।

Back to top button