बॉलीवुड

भावुक होकर प्रियंका ने बताई स्वर्गीय पापा की इच्छा, बोली यदि जिंदा होते तो मेरी शादी..

लड़की चाहे कितनी भी बड़ी क्यों ना हो जाए वो अपने पिता के लिए हमेशा छोटी प्यारी सी बच्ची ही रहती हैं. यही कारण हैं कि वो जिंदगीभर अपनी बेटी का बड़े लाड़ प्यार से ध्यान रहते हैं. उसकी हर जरूरतों को पूरा करते हैं. उनकी यही कोशिश होती हैं कि बेटी को लाइफ में सबकुछ बेस्ट से बेस्ट मिले. इसलिए जब उसकी शादी की उम्र होती हैं तो उसके लिए एक बेस्ट हस्बैंड तलाशते हैं. बेटी की शादी में शामिल होने और उसे दुल्हन बनते हुए देखने का सपना हर पिता देखता हैं. ऐसा ही सपना बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा के पिता डॉ. अशोक चोपड़ा ने भी देखा था. उन्हें अपनी बेटी की शादी का बेसब्री से इंतजार था. हालाँकि 6 साल पहले उनका कैंसर की वजह से देहांत हो गया और वो अपनी बेटी प्रियंका की शादी नहीं देख पाए.

इस बात का दुःख प्रियंका को आज तक होता हैं. प्रियंका अपने पापा के बेहद करीब हुआ करती थी. ऐसे में उनके जाने के बाद का समय प्रियंका के लिए काफी दुखदायी था. उस दौरान उन्होंने अपनी कलाई पर ‘Daddy’s lil girl’ (पापा की लाडली) भी लिखवा लिया था. प्रियंका को इस बात पर यकीन नहीं हो रहा था कि जिस पिता को वो बचपन से अपने सामने देखते आई हैं वो अब इस दुनियां में नहीं रहे. हाल ही में Zoom को दिए एक इंटरव्यू में प्रियंका ने अपने फादर की एक विश (इच्छा) का भी जिक्र किया. प्रियंका ने बताया कि कैसे उनके पापा हमेशा अपनी बेटी को किसी की दुल्हन बनते हुए देखने का सपना देखा करते थे.

प्रियंका चोपड़ा की शादी में हो गई थी ये बड़ी गड़बड़, ज़िंदगी भर रहेगा देसी गर्ल को पछतावा

प्रियंका ने कहा “जब मैं शादी कर रही थी तो मैंने पापा को बहुत मिस किया. मुझे उनकी मौजूदगी का ना होना बहुत खला. मैं सोच रही थी कि शादी में माँ को ही अकेले सबकुछ करना होगा जबकि ये पापा का सपना था कि वो मेरी शादी में तरह तरह की चीजें करना चाहते थे. यदि वो होते तो शादी के पहले यही कहते ‘मैं सूट कब सिल्वाऊंगा, मैं सूट कब सिल्वाऊंगा..’ ये बातें उस दौरान मेरे दिमाग में लगातार चल रही थी जिसने मुझे इमोशनल सपोर्ट भी दिया.

प्रियंका आगे कहती हैं “मुझे नहीं पता कि मैं जिस इमोशनल से गुजर रही थी उन्हें कैसे हैंडल करना हैं. शोनाली (स्काई इज द पिंक की डायरेक्टर) के अंडर में मैं अदिति का किरदार निभा रही थी. इस दौरान मैंने सिखा कि मृत्यु एक ऐसी प्राकृतिक चीज हैं जिसके बारे में हम सभी को पता हैं. ये मेरे और आपके साथ एक दिन होना ही हैं. ऐसे में किसी व्यक्ति को खोने का दुःख मानाने की बजाए, आप उस लाइफ का जश्न मनाते हैं जो उन्होंने जी हैं.

प्रियंका ने पहले दिए इंटरव्यू में बताया था कि उनके पिता अशोक चोपड़ा आर्मी में डॉक्टर हुआ करते थे. आर्मी में होने की वजह से वे हमेशा एक शहर से दुसरे शहर शिफ्ट होते रहते थे. 1997 में जब उन्होंने रिटायरमेंट लिया तो तब तक वे एक ट्रेन आर्टिस्ट, पेंटर और सिंगर भी बन चुके थे. वे आर्मी में गायकी के शो भी करते थे. उन्हें वहां सिंगिंग सर्जन के नाम से जाना जाता था.

Back to top button