चुटकुले

Jokes: संता अपनी पत्नी को लेकर मार्केट लेकर जा रहा था तभी ..

चुटकुले सुनना किसे पसंद नहीं हैं. हर कोई इन्हें सुन चेहरे पर मुस्कान लाना पसंद करता हैं. हम सभी की यही इच्छा होती हैं कि लाइफ में सदा हँसते रहे और दुःख से सामना ना करना पड़े. हालंकि सुख और दुःख की चाबी हमारे पास नहीं होती हैं. ये ऊपर वाला तय करता हैं. हालाँकि मूड फ्रेश करना हमारे हाथ में जरूर होता हैं. ऐसी स्थिति में जोक्स सुनने के बाद दिमाग इस कदर रिलैक्स हो जाता हैं कि इंसान अपनी सभी परेशानियां भूल जाता हैं. कुछ पल के लिए ही सही लेकिन वो अपने सभी दुखो से दूर हो जाता हैं. इस तरह वो पल उसकी लाइफ के बेस्ट लम्हे बन जाते हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपके लिए कुछ मजेदार जोक्स लेकर आए हैं. इन्हें पढ़ने के बाद आप हंस हंस के लोटपोट हो जाएंगे. तो चलिए फिर बिना किसी देरी के इन्हें पढ़ लेते हैं.

संता अपनी पत्नी को लेकर मार्केट लेकर जा रहा था तभी
बंता ने देखा अरे यार संता भाभी का लेफ्ट वाला काफी छोटा हो गया है
संता- अरे हां यार ये ट्रैफिक पुलिस वालों ने सीट बेल्ट लगवा-लगवाकर ऐसी की तैसी कर डाली है !

आज सुबह से ही मेरे मित्र लिख रहे हैं…
” जो अमृत पीते हैं उन्हें देव कहते हैं और जो विष पीते हैं उन्हें महादेव कहते हैं!”
अरे भाई… जो रोजाना दोनों ही चीज़ थोड़ा थोड़ा करके पीते हैं उन्हें भी तो पतिदेव कहते हैं!

हिंदुओं को तीन तलाक का अधिकार भले मत दो लेकिन यह तो कर दो कि
जब हिंदू पुरुष अपनी पत्नियों को 3 बार बोले, चुप हो जा… चुप हो जा… चुप हो जा..
तो वह कम से कम चुप तो हो जाए।

सुनील शाम को घर पंहुचा । गर्मी बहुत थी, उसने सोचा बियर पी जाए।

देखा घर में बियर नही थी। उसने सोचा चलो, बाजार से खरीद कर लाता हूँ।

तभी उसके दिमाग में आज की कमाई घूम गई! उसने बाजार से बियर खरीदने का विचार त्याग दिया।

उसने ऑटो किया और सीधा पब पहुँच गया।

उसने एक बियर और एक प्लेट पनीर पकौड़ा का आर्डर किया।

उसने खूब मजे से बियर पी और पकौड़े खाए।

बिल बैठा 363 रूपये का। उसने दो हजार का नोट रखा, और वेटर ने उसे 1637 रूपये पकड़ा दिए।

सुनील ने उसमे हजार रूपये उठाये और वेटर को बोला “कीप द चेंज!”

बियर पीने के बाद सुनील को नशा हो गया! उसने फट से ऑटो किया और अपने घर के लिए रवाना हो गया।

एक सिग्नल पर ऑटो रुका, सुनील की नजर कुछ बच्चों पर पड़ी जो भीख मांग रहे थे।

सुनील ने सबको सौ सौ रूपये दिए और बोला, “आज रात का खाना मेरी तरफ से अच्छी जगह खा लेना।”

तभी उसकी नजर एक छोटी सी बच्ची पर पड़ी, जो गुलाब के फूल का गुलदस्ता बेच रही थी।

सुनील ने पूछा, “ये गुलदस्ता कितने का?”

“तीस रूपये का साहब!” सुनील ने उसे सौ का नोट दिया और उससे बाकी पैसे भी नहीं लिए।

सुनील घर पंहुचा, उसने ऑटो वाले को भी सतर रूपये की जगह सौ रूपये दिए।

घर पहुँचते ही उसने बीवी को गुलाब का गुलदस्ता दिया। बीवी खुश हो गई।

सुनील के दो बच्चे थे। उसने दोनों को बुलाया और दोनों को सौ रूपये देकर बोला, “ये लो बच्चों, गर्मी बहुत हो रखी है, बाहर जा कर आइसक्रीम खा आओ।”

बच्चे भी खुश हो गए! अब यह नही पूछोगे,

आखिर यह सुनील हैं कौन जो मंदी के ज़माने में इतना दिलदार है?

ट्रैफिक पुलिस का हवलदार है भाई और कौन हो सकता है?

यदि जोक्स पसंद आए तो इन्हें दोस्तों संग शेयर जरूर करे.

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