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UP: आधी रात को काट दी लाइट, उसके बाद गुस्से से तिलमिलाए CM योगी ने किया ये काम

जब कोई भी चुनाव होने वाले होते हैं तो राजनीतिज्ञ कई बड़े-बड़े वादे करते हैं और जब वे चुनाव जीत जाते हैं फिर उनके वादे के साथ वे भी गायब हो जाते हैं। मगर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुछ मामलों में सही हैं। वे अक्सर कुछ ऐसे फैसले लेते हैं जिनसे आम जनता को राहत मिलती है लेकिन कभी-कभी कुछ ऐसे भी फैसले लेते हैं जो आम जनता को चुभ जाती है। यहां तो एक ऐसा किस्सा सामने आया जो आपने सोचा भी नहीं होगा। सीएम योगी एक जगह रुके थे और जब वहां रात में बिजली चली गई तो उन्होने उसी समय सबकी क्लास ले ली। गुस्से से तिलमिलाए CM योगी ने किया ये काम, फिर जो हुआ वो आपको जरूर जानना चाहिए।

गुस्से से तिलमिलाए CM योगी ने किया ये काम

जिले के दो दिवसीय दौरे में सीएम योगी आदित्यनाथ शहर के डाकबंगले में शुक्रवार को रुके थेष इस दौरान रात में करीब साढ़े 11 बजे बिजली चली गई। फिर इससे संबंधित अधिकारियों को फोन लगाया गया लेकिन किसी ने फोन नहीं उठायाय़ इसकी जानकारी सीएम को मिली तो जानकारी करने पर पता चला कि मौजूद कई दूसरे नेताओं ने भी विद्युत विभाग के अधिकारियों की लापरवाही की शिकायतें सामने आई।

जिससे मुख्यमंत्री ने रात में ही अधिशासी अभियंता राजापुर क्षेत्र राजेश सुमने को बुलाया जो जिले का चार्ज लिए थे। उनका ट्रांसफर करते हुए बांदा के विद्युत विभाग के कार्यलय से संबद्ध कर दिया गया। जैसा कि आप जानते हैं कि जिले के शहरी क्षेत्र के अधिकारी हरीबरन का पहले ही तबादला हो गया था लेकिन उनको रिलीव नहीं किया गया था इससे मुख्यमंत्री के आदेश पर तत्काल उनको रिलीज कर दिया गया। यह जानकारी विद्युत विभाग एसई पीके मित्तल ने दी और शनिवार को मुख्यमंत्री ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया जबकि सीएम का निरीक्षण बहुत ही छोटा था लेकिन मौजूदा भाजपा नेताओं की शिकायत पर डीएम से बातचीत की थी। इसमें पता चा कि इसके पूर्व भी इनकी शिकायतें मिली हैं। लगातार मीडिया में भी इनकी खबरें आती रहती हैं और इसी के आधार पर सीएमएस डॉ. संपूर्णानंद मिश्रा का तबादला हो गया।

उनके स्थान पर बांदा जिले के जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आर के गुप्ता को चित्रकूट जिला का चिकित्सालय अध्यक्ष बनाया गया। चित्रकूट जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी का तबादला पहले ही कर दिया गया था लेकिन रिलीव नहीं किया गया था। जिनको मुख्यमंत्री के आदेश पर कर दिया गया। उनकी जगह पर बांदा जिला के जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ परार्मशदाता डॉ. विनोद कुमार को चीफ अधिकारी बनाया गया । जिला अस्पताल में दो महीने से लगातार जननी सुरक्षा योजना व प्रसव उपरांत नवजातों की देखभाल भी सही से नहीं हो रही थी। इन्ही खबरों को जानने के बाद सीएम ने ये कदम उठाया।

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