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क्या होती है X, Y, Z और Z प्लस सुरक्षा कैटेगरी ? कैसे शामिल होते हैं इसमें जवान, जानिए

किसी बड़े सेलिब्रिटी या फिर जिनकी जान को खतरा होता है तो भारत सरकार की खूफिया विभाग एक खास सुरक्षा प्रदान करती है जिसे खास सिक्योरिटी कहते हैं। आपने अक्सर ऐसा देखा होगा किसी बड़े नेता या फिर किसी खास आदमी को उनके पीछे काले कपड़े में या आम कपड़ों में बंदूक ताने चलते रहते हैं। ये बात सुर्खियों में इसलिए है क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 2 पूर्व मुख्यमंत्रियों लालू प्रसाद यादव और बाबूलाल मरांडी के साथ ही बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी और सांसद चिराग पासवान सहित कई दूसरे लोगों की सुरक्षा कम कर दी है। 3 लोगों जेड प्लस कैटेगरी सुरक्षा और 5 लाोगों से जेड कैटेगरी की सुरक्षा छीन ली गई है।  मगर सवाल ये है कि क्या होती है X, Y, Z और Z प्लस सुरक्षा कैटेगरी ? इसके बारे में हम आपको बताएंगे।

क्या होती है X, Y, Z और Z प्लस सुरक्षा कैटेगरी ?

पिछले साल एक आरटीआई के जवाब में केंद्र सरकार ने बताया था कि 304 लोगों को सुरक्षा प्रदान की जा रही है और इसमें 24 ऐसे लोग भी हैं जिन्हें Z प्लस सुरक्षा दी गई है। आरटीआई कार्यकर्ता नूतन ठाकुर के पूछे गए सवाल के जवाब में गृह मंत्रालय ने बताया कि करीब 24 लोगों को Z प्लस की सुरक्षा और 59 ऐसे लोगों को जिन्हें Z लेवल की सुरक्षा मिल रही है, जबकि 143 लोगों को Y और 82 लोगों को X कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की जा रही है। हालांकि गृह मंत्रालय ने इसके अलावा इससे संबंधित और किसी तरह की जानकारी नहीं दी है। मंत्रालय ने सुरक्षा पाने वाले लोगों के नाम का खुलासा करने से मना कर दिया है।

X स्तर की सुरक्षा व्यवस्था

X स्तर की सुरक्षा व्यवस्था में सिर्फ 2 सुरक्षाकर्मी होते हैं जिसमें कमांडो को शामिल नहीं किया जाता। यह सुरक्षा दिए जाने की बेसिक प्रोटेक्शन है और इसमें एक पीएसओ (पर्सनल सिक्यूरिटी ऑफिसर) भी होता है। देश के 65 से ज्यादा लोगों को X स्तरीय सुरक्षा मिली है और समीक्षा के बाद आज इन्हीं में से 4 लोगों से यह सुरक्षा वापस ली गई है और जिन 4 लोगों से यह सुरक्षा ली गई है उसमें बिहार के 2 नेता भी शामिल हैं।

 Y स्तर की सुरक्षा व्यवस्था

Y स्तर की सुरक्षा व्यवस्था में देश के वो वीआईपी लोग आते हैं जिनको इसके तहत 11 सुरक्षाकर्मी मिले होते हैं. इनमें 1 या 2 कमांडो और 2 पीएसओ भी शामिल होते हैं। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा सहित 11 लोगों की सुरक्षा में कटौती करते हुए Y स्तरीय सुरक्षा खत्म कर दी गई है।

Z कैटेगरी सुरक्षा

Z स्तर की सुरक्षा में 22 सुरक्षाकर्मी शामिल हैं जिसमें नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) के 4 या 5 कमांडर भी होते हैं। इसके अलावा सुरक्षा दिल्ली पुलिस या सीआरपीएफ द्वारा मुहैया कराई जाती है। सुरक्षा में एक एस्कॉर्ट कार भी शामिल होती है. कमांडोज सब मशीनगन और आधुनिक संचार के साधनों से लैस रहते हैं। इन्हें मार्शल ऑर्ट से प्रशिक्षित किया जाता है. इनके पास बगैर हथियार के लड़ने की भी कला आती है।

Z + स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था

Z + कैटेगरी स्तरीय सुरक्षा में एक-दो नहीं बल्कि 36 सुरक्षाकर्मी होते हैं जिसमें एनएसजी के भी 10 कमांडोज होते हैं. इस सुरक्षा व्यवस्था को दूसरी एसपीजी कैटेगरी भी कहते हैं और ये कमांडोज अत्याधुनिक हथियारों से लैस होते हैं, इनके पास लेटेस्ट गैजेट्स और यंत्र होते हैं। सुरक्षा के पहले घेरे की जिम्मेदारी एनएसजी की होती है, इसके बाद दूसरे स्तर पर एसपीजी के अधिकारी होते हैं और इसके साथ ही आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान उनकी सुरक्षा में लगते हैं।

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