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वाहन चालकों के लिए आज से जारी हुए ये 13 नए नियम, जान लें वर्ना लग सकता है भारी जुर्माना

आज के समय में लगभग हर व्यक्ति के पास दोपहिया और चार पहिया वाहन है. हर कोई सड़क पर तेज रफ़्तार से अपने वाहन को भगाता है. यदि आपके पास भी वाहन है और आप भी वाहन चलाते हैं तो बता दें सरकार ने 13 नए नियम जारी किये हैं, जिनका जानना आपके लिए बेहद जरूरी है. आज के इस पोस्ट में हम आपको इन्हीं नए नियमों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं.

शराब पीकर गाड़ी चलाना

नए बिल में किये गए प्रावधानों के मुताबिक अब शराब पीकर गाड़ी चलाने पर 2000 नहीं बल्कि 10000 रुपये का जुर्मना भरना पड़ सकता है.

आपातकालीन गाड़ी

अब किसी आपातकालीन गाड़ी जैसे एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड को रास्ता नहीं देने पर पहली बार 10000 रुपये के जुर्माने का प्रावधान किया गया है.

मोबाइल फोन पर बात

यदि आप गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन पर बात करते हुए पकड़े जाते हैं तो अब 1000 की बजाय 5000 रुपये का जुर्माना लगेगा.

बिना हेलमेट

बिना हेलमेट गाड़ी चलाने पर 1000 रुपये जुर्माना और 3 महीने के लिए लाइसेंस जब्त करने का प्रावधान है.

रैश ड्राइविंग

रैश ड्राइविंग करते हुए पकड़े जाने पर अब 1000 रुपये की जगह 5000 रुपये जुर्माना भरना पड़ सकता है.

बिना लाइसेंस के ड्राइविंग

बिना लाइसेंस के ड्राइविंग करने पर जुर्माना 500 से बढ़ाकर 5000 रुपये किया गया है.

तेज गति से गाड़ी चलाने पर

यदि आप तेज गति से गाड़ी चलाते हुए पकड़े गए तो अब आपको 500 की जगह 5000 रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है.

सीट बेल्ट नहीं लगाने पर

सीट बेल्ट नहीं लगाने पर पहले जुर्माना 100 रुपये हुआ करता था, जिसे अब बढ़ाकर 1000 रुपये कर दिया गया है.

नाबालिग के गाड़ी चलाने पर

यदि कोई नाबालिग गाड़ी चलाते हुए पकड़ा जाता है तो अभिभावक को या गाड़ी के मालिक को दोषी माना जाएगा. इसके लिए 25000 रुपये के जुर्माने के साथ 3 साल के जेल का प्रावधान है. साथ ही गाड़ी का रजिस्ट्रेशन भी रद्द किया जा सकता है.

आधार नंबर अनिवार्य

अब लाइसेंस लेने या गाड़ी के रजिस्ट्रेशन के लिए आधार नंबर होना अनिवार्य है.

लाइसेंस को रिन्यू

अब लाइसेंस की वैधता ख़त्म होने के एक साल बाद तक लाइसेंस को रिन्यू किया जा सकता है.

दुर्घटना में किसी की मौत

यदि ख़राब सड़क या गलत डिज़ाइन के चलते दुर्घटना में किसी की मौत हो जाती है तो इसके जिम्मेदार ठेकेदार, सलाहकार और सिविक एजेंसी होंगे. ऐसी दुर्घटनाओं के एवज में मुआवजे के दावे का निपटारा 6 महीने के भीतर होना अनिवार्य है.

पुर्जे की क्वालिटी कम

यदि दुर्घटना गाड़ी के पुर्जे की क्वालिटी कम होने की वजह से होती है तो सरकार के पास पॉवर होगा कि वह ऐसी सभी गाड़ियों को बाजार से वापस ले सके. इतना ही नहीं, निर्माता कंपनी को अधिकतम 500 करोड़ रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है.

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