अध्यात्म

सावन माह में इस तरह करें शिवजी की प्रतिमा की पूजा, आपकी प्रार्थना जल्दी सुनेंगे भोलेनाथ

17 जुलाई से सावन का महिना शुरू हो चूका हैं. हर साल की तरह इस साल भी भक्तों के बीच इसे लेकर काफी उत्साह दिखाई दे रहा हैं. जगह जगह मंदिरों में शिवजी की सजावट शुरू हो चुकी हैं. हर कोई अपने स्तर पर इन्हें मानाने की कोशिश कर रहा हैं. शिवजी को सबसे शक्तिशाली देवता का दर्जा मिला हुआ हैं. ऐसी मान्यता हैं कि इन्होने ही ब्रह्मा और विष्णु की उत्पत्ति की थी और फिर तीनो ने मिलकर इस संसार को रचा. यही वजह हैं कि देशभर में सबसे ज्यादा पूजा शिवजी की ही होती हैं. यदि आप ने गौर किया हो तो भारत में मंदिर भी शिवजी के बाकी भगवानो की तुलना में अधिक हैं. सभी जानते हैं कि भोलेनाथ की पूजा करने से अत्यधिक सुख की प्राप्ति होती हैं.

सावन के माह में तो शिवजी अपने भक्तों के ऊपर कुछ ज्यादा ही मेहरबान रहते हैं. ऐसा कहा जाता हैं कि इस माह में आप भोलेनाथ से जो भी मांगी वो मिल जाता हैं. बस शर्त यही हैं कि आपकी पूजा पाठ में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए. यदि आप ने अपनी आराधना से एक बार भोलेनाथ को प्रसन्न कर दिया तो आपकी हर इच्छा बड़ी आसानी से पूर्ण हो जाएगी. आप ने भी इस सावन के माह में अलग अलग माध्यम से शिवजी को खुश करने का प्लान बनाया होगा. कोई उपवास रखता हैं, कोई कावड़ यात्रा पर जाता हैं, कोई मंदिर में प्रसादी बटवाता हैं. इन सभी में पूजा पाठ ऐसी चीज हैं जो हर कोई जरूर करता हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यदि आप शिवजी को एक ख़ास दिशा में विराजित कर पूजते हैं तो वे आपकी प्रार्थना जल्दी स्वीकार करते हैं.

इस दिशा में रखे शिव प्रतिमा

वास्तु के अनुसार शिवजी को पूर्व दिशा में विराजित कर उन्हें पूजने से वे जल्दी प्रसन्न होते हैं. इसका कारण ये हैं कि पूर्व दिशा सूर्य की दिशा मानी जाती हैं. इस दिशा में सबसे अधिक पॉजिटिव एनर्जी विद्यमान रहती हैं. जब आप इस दिशा में शिवजी को रखते हैं और पूजा करते हैं तो माहोल बहुत पॉजिटिव हो जाता हैं. इस सकारात्मक उर्जा से भोलेनाथ का ध्यान आकर्षित होता हैं और वे आपकी फ़रियाद जल्दी सुनते हैं. इसलिए यदि आपका मंदिर इस दिशा में ना भी हो तो सिर्फ सावन के महीने में आप पूर्व दिशा में शिवजी की प्रतिमा रख उनकी आराधना कर सकते हैं. इससे आपको बहुत फायदा मिलेगा.

रखे इन बातों का ध्यान

शिव प्रतिमा को आप जमीन पर कभी ना रखे. इसे थोड़ी उंचाई पर होना चाहिए. इसके लिए आप किसी टेबल या अन्य लकड़ी के पटिए का इस्तेमाल कर सकते हैं. शिवजी को स्थापित करने से पहले उस जगह को अच्छे से साफ़ कर ले. यदि संभव हो तो वहां गंगाजल भी छिड़ दे. सावन माह में उन्हें रोजाना उनके सामने घी का दीपक जलाए. उनकी सुबह और शाम दोनों समय पूजा करे. यह पूजा आप शांत मन से करे और प्रभु का नाम लेने में कोई कंजूसी भी ना करे. यदि आप इन सभी बातों का ध्यान रखते हैं तो शिवजी आप से जल्दी प्रसन्न होंगे.

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