बॉलीवुड

एक हादसे मे चेहरा और याद्दाश्त खो चुकी थी ये एक्ट्रेस, पहली ही फिल्म में बन गई थी सुपरस्टार

बॉलीवुड की चकाचौंध भरी दुनिया में कब कौन सा सितारा चमकर धूमिल हो जाए इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है. ऐसा किसी एक के साथ नहीं बल्कि कई फिल्मी सितारों के साथ हो चुका है लेकिन जो दर्द इस अभिनेत्री ने सहा वो शायद ही किसी की देखा भी हो. जी हां हम बात बॉलीवुड एक्ट्रेस अनु अग्रवाल की करने जा रहे हैं जिन्होंने पहली ही फिल्म से खूब लोकप्रियता हासिल की लेकिन बाद में उनके साथ ऐसा हुआ जिससे उन्हें ना सिर्फ अपना करियर बल्कि अपना अस्तित्व भी खोना पड़ा था.एक हादसे मे चेहरा और याद्दाश्त खो चुकी थी ये एक्ट्रेस, चलिए बताते हैं इनके साथ ऐसा क्या हुआ था?

एक हादसे मे चेहरा और याद्दाश्त खो चुकी थी ये एक्ट्रेस

साल 1990 में आई एक फिल्म ने बेहतरीन कलेक्शन किया और युवाओं के बीच इस फिल्म ने अलग ही जगह बनाई. हम बात फिल्म आशिकी की कर रहे हैं जिसकी कहानी से लेकर गाने सभी सुपरहिट रहे और आज भी लोगों की ये फिल्म फेवरेट है. अनु अग्रवाल ने इस फिल्म में राहुल राय के साथ अपना डेब्यू किया था और इसके बाद उन्हें एक के बाद एक फिल्में मिलती चली गईं. इस फिल्म के बाद ये हीरोइन रातोंरात स्टार बन गईं थीं लेकिन साल 1999 में इनके साथ इनका एक रोड एक्सिडेंट हो गया था.

आज अनु स्टारडम से काफी दूर बिहार के मुंगेर इलाके में अपनी जिंदगी बिता रही हैं. पहली फिल्म की अपार सफलता के बाद भी अनु अग्रवाल ने करीब 9 सालों में किंग अंकल, गजब तमाशा, जनम कुंडली, रिटर्न ऑफ ज्वैल थीफ जैसी कई फिल्मों में नजर आईं लेकिन फिर इनका रोड एक्सिडेंट हुआ और सब खत्म हो गया था. साल 1999 में उनकी जिंदगी का सबसे बुरा पड़ाव आया इस एक्सिडेंट में इनके चेहरे को काफी नुकसान हुआ और साथ ही ये 28 दिनों के लिए कोमा में चली गई थीं. 29वें दिन जब इन्हें होश आया तब अनु ने अपनी याद्दाश्त खो दी थी. अनु की याद्दाश्त पर भी इस हादसे ने बहुत बुरा असर पड़ा था और कुछ सालों के बाद वे ठीक हो पाईं लेकिन काम करने की स्थिति में नहीं थीं.बुरी स्थिति से बाहर निकलने के बाद अनु ने हालात से लड़ने की ठानी और सोचा कि वो दुनिया को अपने साथ हुए इस हादसे के बारे में बताएंगी. सबको अपनी कहानी से रूबरू कराने के लिए अनु अग्रवाल ने अपनी आत्मकथा भी लिखी.

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अनु की किताब के विमोचन के मौके पर महेश भट्ट ने अनु की तारीफ करते हुए कहा था कि ये लड़की मौत के मुंह से बाहर आई है लेकिन चौंकाने की बात ये है कि किस तरह इतने मुश्किल वक्त के बाद इसने अपनी जिंदगी को एक अच्छा मोड़ दिया. अनु अग्रवाल ने शादी भी नहीं की और अकेले ही बिहार के मुंगेर में अपनी जिंदगी बिता रही हैं. वहां पर वे लोगों को योगा और मेडिटेशन कैंप चलाती हैं. इसके अलावा वो भारोत्तक (पावर लिफ्टर) भी रही हैं और कई भारोत्तलन प्रतियोगिताओं में भाग भी लिया है. साल 2015 में उन्होंने अपनी एक ऑटोबायोग्राफी भी लिखी जिसमें उन्होंने अपने करियर, एक्सीडेंट और मौत से लड़ाई के बारे में खुलासा किया.

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