अध्यात्म

क्या आप जानते हैं मृत्यु के बाद भी जीवन हैं, क्या उसे जीना चाहेंगे!

संत कबीर के बारे में देश का हर व्यक्ति जनता है। वह आज से कई सौ साल पहले इस धरती पर मानवता की भलाई का काम किया करते थे। वह पढ़े-लिखे व्यक्ति नहीं थे, परन्तु उनकी रचनाएँ आज भी मानव जाती के लिए बहुत मायने रखती हैं। उनके द्वारा दिया गया ज्ञान, आज भी वैसे ही इंसानियत पर लागू होता है जैसे उस समय लागू होता था। उन्होंने एक दोहा कहा था, जो इंसान के जीवन के बारे में अच्छे से बताता है।

करें कुछ ऐसा कम कि मारने के बाद भी किये जाएँ याद:

“कबीरा जब हम पैदा भये, जग हँसे हम रोये! ऐसी करनी कर चलो हम हँसे जग रोये!!” इसका मतलब इंसान जब पैदा होता है तो उसके जन्म पर सभी हँसते हैं और वह रोता है। अगर वह पैदा होने के बाद नहीं रोता है तो उसे जबरदस्ती मार-मार के रुलाया जाता है। जबकि इसके उलट जब कोई भी व्यक्ति मरता है तो उसके प्रियजन मोहवश रोते हैं। लेकिन समाज के लोग उसके कार्यों के आधार पर रोते या हँसते हैं। इसलिए सभी इंसान को ऐसे काम करने चाहिए, जिससे उसके मरने के बाद भी दुनियाँ को उसकी कमी खले और वह उसे याद करके रोये।

अच्छे लोगों की मृत्यु पर खुद-ब-खुद ही भावुक हो जाते हैं लोग:

यदि मरने वाले व्यक्ति के काम समाज की भलाई के लिए नहीं होते हैं और उसके काम से लोगों को केवल दुःख ही पहुँचता है तो उसकी मृत्यु के बाद लोग ख़ुशी मनाते हैं। यदि व्यक्ति अपना जीवन दूसरों की भलाई के लिए समर्पित कर देता है और अपने परोपकार और करुणा से लोगों का मन मोह लेता है तो लोग खुद-ब-खुद उसकी मौत पर भावुक हो जाते हैं। मनुष्य को तीन भागों में बाँटा गया है।

मनुष्य के प्रकार:

*- उत्तम पुरुष:

इस श्रेणी में वह व्यक्ति आते हैं जो दूसरों की भलाई के लिए अपने स्वार्थ का त्याग कर देते हैं और उन्ही के लिए जीते हैं। यहाँ तक की जरुरत पड़ने पर वह अपना बलिदान देने से भी नहीं कतराते हैं।

*- माध्यम पुरुष:

इसके अंतर्गत वह व्यक्ति आते हैं जो अपने स्वार्थ की पूर्ति के साथ ही साथ दूसरों की भलाई के लिए भी काम करते हैं।

*- निम्न पुरुष:

इसके अंतर्गत उन व्यक्तियों को रखा जाता है जो केवल अपने बारे में सोचते हैं। ये अपने कामों से लोगों को दुःख देते हैं, और बिना किसी कारण के अपने स्वार्थ के लिए दूसरों को हानि पहुँचाते रहते हैं।
उपर्युक्त में से उत्तम पुरुष के कर्मों के आधार पर ही उसके जाने के बाद लोग उसे याद रखते हैं और उसकी मृत्यु पर आँसू बहाते हैं। इसलिए हर इंसान को अपने जीवन में कुछ ऐसा काम करना चाहिए, जिससे वह मरने के बाद अमर हो जाए और उसके जाने के बाद भी लोग उसके बारे में ही बात करते रहें। ऐसा करके वह अनंत काल तक जीवित रह सकता है। वह मृत्यु के बाद भी एक जीवन जीता है।

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