अध्यात्म

जानिए पूजा करते समय दीपक को किस दिशा में रखना होता है सबसे उत्तम

जब भी हम लोग पूजा करते हैं तो भगवान के सामने दीया या दीपक जरूर जलाया करते हैं। पूजा के दौरान दीपक जलाने का खास महत्व होता है और ऐसा माना जाता है कि दीपक जलाए बिना कोई भी पूजा सफल नहीं होती है और ना ही पूजा करने का कोई लाभ मिलता है। पूजा करते समय दो तरह के दीपक जलाए जाते हैं जो कि घी और तेल के होते हैं। घी और तेल के दीपक जलाने से कुछ नियम जुड़े होते हैं और इन नियमों के तहत ही आप इन दीपक को पूजा के दौरान जलाया करें।

दीपक जलाने से जुड़े हुए खास नियम-

किस तरफ रखें दीपक

अगर आप पूजा के समय घी का दीपक जलाते हैं तो इस बात का जरूर ध्यान रखें की घी के दीपक को हमेशा बाएं हाथ की और ही जलाएं। शास्त्रों में घी के दीपक को बाएं हाथ की ओर जलाना ही सबसे उत्तम माना गया है। जबकि पूजा के दौरान तेल के दीपक को हमेशा दाएं हाथ की ओर ही रखना चाहिए और दीपक की ज्योति का मुंह भगवान के ठीक सामने होना चाहिए।

किस रंग की हो बत्ती

दीपक को जलाने के लिए उसके अंदर बत्ती को रखा जाता है और इसी बत्ती को जलाया जाता है। जब आप घी का दीपक का इस्तेमाल पूजा के दौरान करें तो हमेशा उसके अंदर रूई से बनाई गई बत्ती को ही रखें। जबकि तेल के दीपक के अंदर आप रूई की बत्ती ना रखें और रूई की जगह आप लाल धागे की बत्ती का प्रयोग करें। शास्त्रों में रूई की बत्ती को घी के दीपक के लिए और लाल बत्ती को तेल के दीपक के लिए श्रेष्ठ बताया गया है। इसलिए अगली बार आप जब भी घी या तेल का दीपक जलाएं तो इस बात का ध्यान जरूर रखें।

ना बुझने दें दीपक

जब भी आप पूजा करें तो इस बात का विशेष ध्यान रखें की दीपक के अंदर घी या तेल अच्छी खासी मात्रा में हो। ताकि पूजा करने के दौरान दीपक ना बुझे। पूजा करते समय दीपक बुझना अशुभ माना जाता है और ऐसा होने पर पूजा का पूर्ण फल भी प्राप्त नहीं हो पाता है। इसलिए आप हमेशा ये कोशिश करें की दीपक के अंदर घी और तेल की मात्रा इतनी हो की पूजा करने के बाद भी कम से कम आधा घंटे दीपक जलता रहे।

खंडित दीपक का ना करें प्रयोग

पूजा के दौरान आप जिन भी चीजों का प्रयोग करते हैं वो सभी चीजें शुद्ध और अखंडित होनी चाहिए। इसलिए आप इस बात का ध्यान जरूर रखें की आप जिस दीपक का प्रयोग पूजा के दौरान कर रहे हैं वो खंडित दीपक ना हो।

करें इस मंत्र का जाप

दीपक को जलाते समय ‘शुभम् करोति कल्याणं, आरोग्यं धन संपदाम्। शत्रु बुद्धि विनाशाय, दीपं ज्योति नमोस्तुते।।’ मंत्र का जाप जरूर करें। इस मंत्र का जाप करने से आप भगवान से शुभ, कल्याण ,आरोग्य, धन संपदा, शत्रु  की बुद्धि का विनाश करने की कामना करते हैं। दीपक जलाने से  जुड़े इस मंत्र का जाप आप तीन बार करें।

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