राजनीति

ईरानी राष्ट्रपति से मिले पीएम मोदी, हुआ ये सबसे बड़ा सम्झौता !! जानें क्या है ये

अपनी दो दिवसीय ईरान यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वहां के राष्ट्रपति हसन रूहानी से मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी का श्‍ाानदार स्वागत किया गया।
चाबहार बंदरगाह पर सोमवार को ईरान और भारत में समझौता हो गया। यह समझौता 13 साल से अटका हुआ था। समझौते के बाद ईरानी राष्ट्रपति हसन रुहानी और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से साझा बयान जारी किया गया। इस समझौते पर ईरान के राष्ट्रपति हसन रुमानी ने कहा कि इसकी मदद से पर्यटन बढ़ाने में मदद मिलेगी। रुहानी के मुताबिक उनके और पीएम मोदी के बीच पर्यटन और दोनों देशों में पर्सियन और हिन्दी के लिए दो कोर्स चलाने की बात हुई है। वहीं समझौते के बाद अब आर्थिक संबंधों में पहले से ज्यादा बढ़त हासिल होगी।
सोमवार को हुए समझौतों में ईरान और भारत के बीच तेल, गैस, संस्कृति और रेलवे जैसे विषय भी शामिल हैं। मोदी ने कहा कि चाबहार के लिए भारत 500 मिलियन डॉलर का निवेश करेगा।

बता दें कि इस समझौते के बाद भारत को पाकिस्तान जाए बिना अफगानिस्तान जाने का रास्ता मिलेगा। चाबहार ईरान का बंदरगाह है जिसे कूटनीतिक नजर‌िए से भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यहां से भारत का दबाव चीन और पाकिस्तान पर बना रहेगा। इस समझौते की मदद से ईरान से तेल आयात दोगुना करने में भी मदद मिलेगी। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि ईरान आने पर खुशी हो रही है और वो गर्मजोशी से भरे स्वागत से अभिभूत हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि वे ईरान को कभी नहीं भूल सकते क्योंकि गुजरात में भूकंप आने के दौरान सबसे पहली मदद ईरान की ओर से ही आई थी। पीएम ने कहा कि जिन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं वो हमारी रणनीतिक साझेदारी में नया अध्याय जोड़ेंगे।

ईरान दौरे से पहले ट्वीट करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि उनके दौरे का मुख्य मकसद दोनों देशों के बीच निवेश और व्यापार को बढ़ावा देने के साथ ही ऊर्जा व कनेक्टिविटी बढ़ाने पर जोर होगा।

Back to top button