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पैसों के कारण हॉस्पिटल ने नहीं दिया मृतक का शव,घरवालों ने कर्ज लेकर जमा किया बिल,तब जाकर कर पाए अंतिम संस्कार

आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज करवाने के बाद भी एक मरीज के परिवार वालों को 54 हजार रुपए का बिल अस्पताल वालों ने थमा दिया है और पूरे पैसा जमा ना करवाने के चलते मरीज का शव उसके परिवार वालों को देने से मना भी कर दिया। ये मामला झारखंड राज्य के राज अस्पताल का है। बताया जा रहा है कि इस अस्पताल में अमर सिंह नामक व्यक्ति को भर्ती करवाया गया था और इलाज के दौरान अमर सिंह की मौत हो गई थी। अमर सिंह के पास आयुष्मान भारत योजना का कार्ड था लेकिन इस कार्ड के होने के बाद भी अमर सिंह के घरवालों को अस्पताल ने 54 हजार रुपए का बिल थमा दिया।

नहीं सौंपा  शव

अमर सिंह के परिवार वालों के अनुसार हॉस्पिटल वालों ने उन्हें शव नहीं सौंपा और उनको पहले बिल जमा करवाने को कहा। हॉस्पिटल द्वारा सौंपे गए 54 हजार रुपए के बिल में से परिवार वालों ने 44 हजार रूपए जमा भी करवा दी। लेकिन फिर में अस्पातल वालों ने अमर सिंह का शव उन्हें नहीं दिया और पहले 10 हजार रुपए जमा करवाने को कहा। अस्पताल वालों का ये रवैया देखते हुए अमर सिंह के घरवालों ने सोमवार को अस्पताल के बाहर खूब हंगामा किया। मृतक के परिवार वालों का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना का कार्ड होने के बाद भी उनसे पैसे वसूले गए और उन्होंने कर्ज उठाकर ये पैसे किसी तरह से जमा करवाए हैं।

रविवार को अस्पताल लेकर आए थे

बताया जा रहा है कि हटिया रेलवे कैंटीन में काम करने वाले अमर सिंह को अचानक से चक्कर आ गए थे। जिसके बाद अमर सिंह को रविवार रात एमआरआई कराने के लिए अस्पताल ले जाया गया था। इसी दौरान अमर सिंह को दिल का दौरा पड़ गया और उसकी मौत हो गई। अमर सिंह के पास आयुष्मान भारत का कार्ड था और इस कार्ड से उनके परिवार वाले उनका इलाज करवा रहे थे। मगर अस्पातल वालों ने अमर सिंह की मौत होने के बाद उनका शव सौंपने की जगह परिवार वालों को बिल सौंप दिया।

क्या कहना है अस्पताल वालों का

इस मामले को लेकर राज अस्पताल के प्रबंधक योगेश ने एक बयान दिया है और उनका कहना है कि मरीज के घरवालों ने रात में  शव ले जाने से मना कर दिया और सुबह आकर अस्पताल का बिल जमा करवा वो शव ले गए। अस्पताल के मुताबिक मरीज के परिवार वालों की और से किसी भी तरह की शिकायत नहीं की गई है। वहीं बिल सौंपने पर अस्पताल वालों का कहना है कि ओपीडी में एमआरआई हुआ था और आयुष्मान योजना के तहत ये कवर नहीं की जाती है।

गौरतलब है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत हमारे देश के गरीब लोगों का बीमा सरकार द्वारा करवाया जाता है और इलाज का पूरा खर्चा सरकार उठाती है। इस योजना को मोदी सरकार ने पीछे साल ही शुरू किया है और कम समय के अंदर ही ये योजना काफी सफल हो गई है। इस योजना के तहत कई सारे लोगों ने अपने परिवार वालों का बीमा करवा लिया है।

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