राजनीति

बीजेपी ने असंभव को किया संभव, वोटिंग से पहले ही जीत ली 3 सीटें; जानिए आखिर ऐसा कैसे हुआ?

देश में लोकसभा चुनाव 2019 की लहर है और हर दूसरा आदमी इन दिनों सिर्फ राजनीति से जुड़ी बातें कर रहा है. किसी को कांग्रेस के आने की उम्मीद है तो किसी को भाजपा से मोदी सरकार एक बार फिर से चाहिए. अब इसका पता तो 23 मई को ही पता चलेगा जब चुनाव के रिजल्ट घोषित होंगे लेकिन देशभर में लोकसभा और चार राज्यों की विधानसभा के लिए होने वाले चुनावों से पहले ही बीजेपी ने तीन विधानसभा सीटें जीत ली हैं.बीजेपी ने असंभव को किया संभव, वोटिंग से पहले ही जीत ली 3 सीटें, चलिए बताते हैं क्या है पूरी खबर.

बीजेपी ने असंभव को किया संभव, वोटिंग से पहले ही जीत ली 3 सीटें

भाजपा की लहर देशभर में तेज है लेकिन वोटिंग से पहले ही जीत हासिल करने के पीछे की खास बात ये है कि पार्टी ने ये सभी सीटें बिना चुनाव लड़े ही जीती हैं. इनमें से दो सीटें तो 26 मार्च को ही पार्टी के खाते में आ गई थीं वहीं तीसरी सीट गुरुवार को बीजेपी की झोली में गिरी. इस बार केंद्रीय मंत्री और अरुणाचल प्रदेश से भाजपा सांसद किरण रिजिजू ने एक ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी. रिजिजू ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को बधाई. अरुणाचल प्रेदश की 4 दिरांग विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार श्री फुरपा शेरिंग निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं.इनके साथ ही भाजपा के 3 विधानसभा उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं.’ भाजपा को मिली इस जीत को लेकर भाजपा महासचिव राम माधव ने भी गुरुवार को ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा, ‘भारतीय जनता पार्टी ने अरुणाचल प्रदेश में तीसरी विधानसभा सीट जीत ली है और भाजपा उम्मीदवार फुरपा शेरिंग दिरांग सीट से बिना चुनाव लड़े ही जीत गए हैं.क्योंकि उनके खिलाफ खड़े दो दूसरे उम्मीदवारों ने अनपा नाम वापस ले लिया है.’


इसके पहले 26 मार्च को प्रदेश की आलो ईस्ट विधानसभा सीट और याचुली विदानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवारों का निर्विरोध निर्वाचन हुआ था. इसमें से लो ईस्ट विधानसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार केंटो जिनी निर्विरोध चुने गए और वहीं 16-याचुली सीट से ताबा तेदिर निर्विरोध चुने गए. अब कोई और उम्मीदवार बाकी नहीं रहा जिसकी वजह से भाजपा कैंडिडेट चुनावी दौड़ में अकेले रह गए. इसके बाद उन्हें निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया. आपको बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में 11 अप्रैल को लोकसभा के साथ ही विधानसभा की 60 सीटों के लिए मतदान होने थे जो अब 57 सीटों के लिए किया जाएगा.

मोदी सरकार को है पूरी उम्मीद

वैसे तो कांग्रेस को भी पूरी उम्मीद है कि इस साल देश अपना फैसला उनके हक में सुनाएगा लेकिन उससे कहीं ज्यादा भाजपा यानी मोदी सरकार को भरोसा है कि नरेंद्र मोदी एक बार फिर भारत के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठेंगे. भाजपा अपनी पूरी जान लगा रही है कि उसे इस बार भी पूरा चांस मिले लेकिन जनता की प्रक्रिया दोनों तरफ नजर आ रही है अब देश का मूड क्या है वो 23 मई की शाम तक पता चल जाएगा. नरेंद्र मोदी को पूरा भरोसा है कि उन्होंने देश के लिए जो कुछ भी किया है उसे ध्यान में रखते हुए उन्हें ही एक बार फिर चुना जाएगा.

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