स्वास्थ्य

सिर्फ सिगरेट से ही नहीं इन चीजों से भी हो सकता है कैंसर, भूलकर भी नहीं करना चाहिए इनका सेवन

अक्सर आपने सुना होगा कि धुम्रपान करने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. इसपर रोक के लिए कई लोगों में जागरुकता फैलाई जाती है, सिगरेट, गुटखा और तंबाकू पर लिख भी दिया जाता है धुम्रपान से कैंसर रोग होता है लेकिन फिर भी लोग इसे नहीं मानते हैं. ये सच है कि धुम्रपान कैंसर होने की बड़ी वजह होती है लेकिन फिर भी सिगरेट पीने से बाज नहीं आते और फिर अपने जीवन से लड़ते हुए अपने परिवार को छोड़कर चले जाते हैं. कभी-कभी कैंसर होने के पीछे का कारण हमारा खानपान और गलत लाइफस्टाइल बन जाता है. ऐसा रिसर्च भी बताते हैं कि 10 में से 1 कैंसर डाइट की वजह से होता है. तो समझ लीजिए कि सिर्फ सिगरेट से ही नहीं इन चीजों से भी हो सकता है कैंसर, इसके लिए आपमें ये जानकारी होनी चाहिए.

सिर्फ सिगरेट से ही नहीं इन चीजों से भी हो सकता है कैंसर

संतृप्त वसा, लाल मांस और आहार में नमक की अधिकता और फाइबर की कमी कैंसर को बढ़ाती है. उच्च तापमान पर खाना पकाने से जो रसायन निकलते हैं वह कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं.  जब सही खानपान नही होता है तो. तो आइए कुछ थास कैंसर करने वाले फूड आइटम्स के बारे में आपको बताते हैं..

एल्कोहल

एल्कोहल ज्यादा लेने से डायबिटीज, मोटापा और कैंसर जैसी बीमारियों होती हैं और जो लोग शराब पीते हैं उनके जींन में वंशानुगत कैंसर होते हैं. वहीं महिलाओं में भी एल्कोहल की लत लग रही है, इसी कारणवश उनमें  स्तन कैंसर की दर में 30 प्रतिशत बढ़ रही है.

रेड मीट

रेड मीट खाने वालों में कैंसर का खतरा सफेद मीट खाने वालों की तुलना में दस प्रतिशत ज्यादा होता है. रेड मीट में लिनोलिक एसिड का गुण होता है, लेकिन अगर रोज इसे खाया जाए तो ये खतरनाक होता है. यह स्तन, बड़ी आंत एवं प्रॉस्टेट कैंसर के खतरे को बढ़ाने में भी मदद करता है और इसमें यही सलाह दी जाती है कि सप्ताह में 300 ग्राम से अधिक रेड मीट का सेवन नहीं करना चाहिए.

चीनी

ज्यादा चीनी खाना वैसे भी सेहत के लिए अच्छा नही माना जाता है. मोटापे और डायबिटीज का मेन कारण चीनी ही होती है, लेकिन इससे भी बड़ा कारण कैंसर का होता है. चीनी में इस्तेमाल होने वाला आर्टिफिशियल स्वीटनर कई तरह का केमिकल यूज होता है. आर्टिफिशियल स्वीटनर से सिरदर्द, याददाश्त की कमी, अचानक चक्कर आकर गिरना और कैंसर जैसी बीमारियों को दावत देती है. इसके सेवन से मस्तिष्क ट्यूमर की संभावना ज्यादा होती है.

मैदा

मैदा आपकी सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता है क्योंकि इसमें सैचुरेटेड फैट की बहुत ज्यादा होता है. सैचुरेटेड फैट का संबंध कैंसर से होता है और इसमें अधिक केमिकल और क्लोरीन गैस पाई जाती है. जिसका शरीर पर बुरा असर पड़ता है. सफेद चावल भी अम्लीय खाद्य पदार्थ में आते हैं, क्योंकि इसमें ब्राउन चावल की तुलना में शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है. तो अगर किसी को कैंसर के शुरुआती लक्षण दिखें तो इन्हें खाने से बचना चाहिए.

माइक्रोवेव वाले पॉपकॉर्न

अगर आप भी माइक्रोवेव में पॉपकार्न बनाते हैं तो तुरंत सावधान हो जाइए क्योंकि ये कैंसर का कारण बन सकता है. ओवन में पॉपकॉर्न बनाते समय इसमें एक (PFOA) केमिकल डाला जाता है जो बहुत खतरनाक माना जाता है. इसके खाने से लोगों का किडनी, मूत्राशय, लीवर और आंत कैंसर का खतरा बढ़ता है. एक रिसर्च के मुताबिक, माइक्रोवेव में बने पॉपकार्न का प्रयोग करने से फेफड़ों के कैंसर में लगातार बढ़ोतरी होती है.

डोनट्स

डोनट्स कैंसर होने का बड़ा कारण बनता है. डोनट्स सफेद आटे, चीनी और हाइड्रोजेनेटेड ऑयल से बनता है और जिसमें चीनी की ज्यादा होने से शरीर में इंसुलिन की मात्रा को प्रभावित कर देता है और कैंसर इन कोशिकाओं की वृद्धि और विभाजन को प्रोत्साहित करती है, जिससे अग्नाशय में कैंसर हो सकता है.

हॉट डाग्स और सॉस

हॉट डाग्स और सॉस में बहुत ज्यादा नमक और केमिकल मिला होता है, जिसमें सोडियम नाइट्रेट स्मोक्टड होता है. इससे कैंसर की उत्पत्ति होने लगती है और एक रिसर्च के अनुसार, इसका नियमित सेवन करने वाले लोगों में सामान्य लोगों के मुकाबले 43 प्रतिशत लोगों की मौत हो जाती है.

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