अध्यात्म

किसी चमत्कारी पत्थर से कम नहीं है स्फटिक, इसको धारण करने से बदल जाती है जिंदगी

स्फटिक एक शुद्ध चमकिला पत्थर होता है, जो कि देखने में कांच के जैसा होता है और ये नग की श्रेणी में आता है। कई लोग इसकी माला पहनते हैं तो कई लोग इसे अंगूठी में लगाकर पहनना पसंद करते हैं। इस नग को अंग्रेजी भाषा में रॉक क्रिस्टल के नाम से जाना जाता है और इस नग को पहनने से समृद्धि और धन की प्राप्ति होती है। स्फटिक से कई तरह के शो पीस भी बनाए जाते हैं और इन शो पीस को घर में रखना बेहद ही लकी होती है। स्फटिक नग के कई सारे फायदे होते हैं जो कि इस प्रकार हैं।

घबराहट को करे दूर

जिन लोगों की कुंडली में राहु और केतु होते हैं उन लोगों को खूब घबराहट रहती है और इस घबराहट की वजह से उनको तनाव भी खूब हो जाता है। ऐसे लोग जिनको घबराहट काफी रहती है वो इस नग को धारण कर लें। इस को धारण करते ही आपकी घबराहट की परेशानी दूर हो जाएगी।

धन की प्राप्ति होती है

स्फटिक को धारण करते समय आप ‘पंचवक्त्र: स्वयं रुद्र: कालाग्निर्नाम नामत:।।’ का जाप करें। इस मंत्र का जाप करके इस नग को पहनने से आपके जीवन में धन की प्राप्ति होगी और आपको अपने जीवन से सभी तकलीफे दूर हो जाएगी।

नकारात्मक ऊर्जा रहेगी दूर

जो लोग स्फटिक को धारण करते हैं उन लोगों के आसपास किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा नहीं आती है। वहीं जिन लोगों के जीवन में नकारात्मक ऊर्जा होती है वो इस नग को धारण करते ही चली जाती है। इस नग की वजह से भूत-प्रेत दूर रहते हैं।

शुक्र ग्रह का दोष हो खत्म

जिन लोगों की कुंडली में शुक्र ग्रह का दोष है वो लोग इसे धारण कर लें। स्फटिक की माला पहनने से आपकी कुंडली में से ये दोष एकदम खत्म हो जाएगा। इसी तरह से बुध ग्रह का अगर जीवन पर बुरा असर पड़ रहा है तो इस नग को धारण करने से उसका बुरा प्रभाव भी खत्म होने लग जाएगा।

बीमारियों से बचाए

 

स्फटिक की माला को अगर शनिवार के दिन धारण किया जाता है तो इसका असर स्वस्थ पर अच्छा पड़ता है और शरीर को रक्त से संबंधित बीमारियां नहीं लगती है। वहीं सोमवार के दिन इसको धारण करने से मन हमेशा शांत रहता है और दिमाग तेजी से कार्य करने लगता है।

बुखार को करें दूर

ऐसा माना जाता है कि अगर तेज बुखार होने पर इसकी माला को नाभि पर रखा जाए तो बुखार एकदम उतर जाता है. अगर आपके घर में किसी को तेज बुखार होता है तो आप बस इस माला को पानी से अच्छे से धो लें और फिर जिस व्यक्ति को बुखार है उसकी नाभि पर इस रख दें।

स्फटिक से जुडे़ नुकसान

स्फटिक बर्फ के नीचे से मिलता है और इसलिए इसकी प्रकृति ठंडी होती है। इसकी माला या अंगूठी पहनने से शरीर ठंडा रहता है। इसलिए आप इसे सोच समझकर ही पहनने. स्फटिक के नग को धारण करने से पहले आप पंडित को अपनी कुंडली जरूर दिखा दें क्योंकि कई लोगों के जीवन में ये अशुभ भी साबित हो जाती है। अगर आपका पंडित आपकी कुंडली देखकर आपको इसे पहनने की सलाह देता है तो ही आप इस पहनने।

स्फटिक से जुड़ा वास्तु शास्त्र

स्फटिक को वास्तु शास्त्र में भी काफी अच्छा माना गया है और इसलिए घर में स्फटिक से बनी चीजों को रखना अच्छा माना जाता है। बाजार में स्फटिक से बनी भगवान की मूर्तिया खूब बिकती हैं। घर में इस पत्थर से बनी मूर्ति रखना उत्तम होता है. इसी तरह से स्फटिक से बनी कई तरह के शो पीस भी बाजार में बिकते हैं और आप इन शो पीस को भी घर में रख सकते हैं।

नकली स्फटिक से रहें सावधान

बाजार में नकली स्फटिक भी खूब बेचे जाते हैं जो कि कांच और प्लास्टिक को मिलाकर बनाए जाते हैं. इसलिए बाजार में बिकने वाली नकील स्फटिक की मालाएं ना खरीदे। वहीं आप सोच रहें होंगे की आप असली स्फटिक की पहचान कैसें करेंगे। आप जब भी इस पत्थर को लें तो सबसे पहले इसे अपने हाथ में रखें और अगर आपको इसमें भार लगे और ये एकदम ठंडा हो तो समझ लें की ये एकदम शुद्ध है। इसके अलावा इसी चमक खत्म नहीं होती है और ये अंधेरे में रोशनी पड़ने पर खूब चमकता भी है। इसका आकार पूरी तरह से गोल नहीं होते। जिसके चलते इसकी माला में लगे ये मोती कभी भी एक ही साइज के नहीं होते हैं।

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