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मिग21 से F16 गिराने के बाद आई रूस से प्रतिक्रिया, कहा मिग-21 से ज़्यादा बड़ी भूमिका किसी और की थी

भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन की तारीफ इस वक्त दुनिया भर में की जा रही है और हर कोई अभिनंदन को एक बेहतरीन पायलट बता रहा है। जिस तरह से अभिनंदन ने पाकिस्तानी फाइटर जेट एफ-16  को अपने मिग-21 से गिराया है, इस चीज ने सबको हैरान कर दिया है। क्योंकि एफ-16 एक  अत्याधुनिक फाइटर जेट है और इस जेट को अभिनंदन ने जिस विमान से गिराया है यानी मिग-21 एक  60 साल पुराना विमान है। इन दोनों विमानों में से एफ-16 बेहद ही शक्तिशली और नई आधुनिक टेक्नोलॉजी से लेस विमान है जबिक मिग-21 पुरानी आधुनिक टेक्नोलॉजी का विमान है।

दुनियाभर में हो रही है अभिनंदन की तारीफ

एफ-16 और मिग-21 के बीच हुई डॉगफाइट (जब दो या उससे अधिक विमानों में युद्ध होता है) में जिस तरह से अभिनंदन ने एफ-16 विमान को गिराया है उसकी चर्चा दुनियाभर में की जा रही है और दुनियाभर के कई रक्षा विशेषज्ञ अभिनंदन की तारीफ कर रहे हैं। हाल ही में इस डॉगफाइट को लेकर रूस के अखबार  रूस टुडे में एक लेख छापा गया है और इस लेख में अभिनंदन की बेहद ही तारीफ की है। इस लेख में लिखा गया है कि इन दोनों विमानों की लड़ाई में कौन विमान जीता है ये इतना जरूरी नहीं है। जो बात महत्वपूर्ण है वो ये कि एफ-16  विमान को गिराने में सबसे अहम भूमिका मिग- 21 को चला रहे पायलट की है। वहीं रूस वायुसेना से कर्नल पद से रिटायर हुए मिखाईल खोदारनोक ने भी अपनी राय इन विमानों के बीचे हुई लड़ाई पर रखी है और उन्होंने कहा है कि ये दोनों लड़ाकू विमान एक दूसरे से बेहद ही अलग है। जहां पर एफ-16 एक एडवांस टेक्नोलॉजी का विमान है. वहीं मिग-21 पुरानी टेक्नोलॉजी वाला विमान है। इसलिए किसी भी सूरत में  मिग-21 लड़ाकू विमान एफ-16 लड़ाकू विमान से मुकाबला करने के लायक नहीं है। कई रूसी विशेषज्ञ ने  इस बात को माना है कि रूस द्वारा बनाए गए मिग-21 विमान से पाकिस्तान के एफ 16 विमान को गिराने के पीछे केवल विंग कमांडर अभिनंदन का ही हाथ है। क्योंकि रूस का मिग-21,  एफ 16 को टक्कर ही नहीं दे सकता है।

आखिर क्यों हैं एफ-16, मिग-21 से बेहतर है

आप सोच रहें होेंगी की आखिर क्यों लोग मिग-21 लड़ाकू विमान से एफ 16 लड़ाकू विमानों को गिराए जाने पर इस तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं और पायलट अभिनंदन वर्तामान की तारीफ कर रहे हैं। दरअसल मिग-21 लड़ाकू विमान को रूस देश ने 1959 में बनाया था और इस विमान को भारत ने साल 1964 में भारतीय वायुसेना में शामिल किया था। जबकि एफ 16 लड़ाकू विमानों को अमेरिका ने साल 1974 में बनाया था और इस विमान में काफी ऐसी विशेषताएं हैं जो कि मिग-21 में नहीं हैं। जहां पर मिग एक थर्ड जेनरेशन का फाइटर जेट है, वहीं एफ-16 एक फोर्थ जेनरेशन का फाइटर जेट है।

अगर इन दोनों विमानों की तुलान की जाए तो एफ-16 काफी बेहतरीन विमान है और इस विमान के मुकाबले में मिग-21 लड़ाकू विमान कुछ भी नहीं है। लेकिन जिस तरह से अभिनंदन ने 20 साल पहले रिटायर हो चुके मिग-21 से,  आधुनिक लडा़कू विमान एफ-16 को गिराया है उसने मिग-21  को एक बेहतरीन विमान साबित कर दिया है.।

अभिनंदन ने क्यों उड़ाया इतना पुराना विमान

हाल ही में भारत के एयरचीफ मार्शल बीएस धनोवा से यहीं सवाल किया गया था कि आखिर क्यों उन्होंने पाकिस्तान के एफ-16 विमान के मुकाबले के लिए भारत की और से मिग-21 विमान को भेजा था। इस सवाल पर बीएस धनोवा ने कहा था कि जब पाकिस्तान के विमानों ने भारतीय सीमा में प्रवेश किया था। तो उस वक्त अभिनंदन को जो विमान उपलब्ध मिला उन्होंने उस विमान को लेकर ही उड़ान भर ली थी और एफ-16 को वापस से पाकिस्तान की सीमा में भेजने की कोशिश की थी। बीएस धनोवा के इस बयान से साफ है कि अभिनंदन ने बिना एफ-16 विमान की ताकत को सोच मिग-21 से इस विमान का मुकबाल किया था और बहादुरी के साथ एफ-16 विमानों को 60 साल पुराने विमान से गिरा भी दिया।

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