अध्यात्म

इस अखाड़े ने 9 विदेशियों को दी महामंडलेश्वर की उपाधि, यूएस, फ्रांस और कई देशों के साधु हैं शामिल

प्रयागराज में चल रहे अर्ध कुंभ में रोज लाखों की संख्या में लोग आकर स्नान कर रहे है और इस बार विदेशों से भी कई संख्या में लोग कुंभ में आ रहे हैं. कुंभ के इस मेले से विदेश में रहने वाले लोग इतना प्रभावित हुए हैं कि कई लोग तो कुंभ के शाही अखाड़ों के हिस्सा भी बन गए हैं. बताया जा रहा है कि निर्मोही अखाड़े  के साथ नौ विदेशी लोग जुड़ गए हैं और इस अखाड़े ने इन नौ विदेशी लोगों को अपने अखाड़े के  महामंडलेश्वर की उपाधि दे दी है. जिसके बाद से ये नौ विदेशी लोग इस अखाड़े का हिस्सा बन गए हैं. इन नौ विदेशी लोगों में से तीन महिलाएं हैं जिन्हें भी महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई है. इस अखाड़े से जुड़े ये सभी लोग, जापान, यूएस, इजराइल और फ्रांस जैसे देश के हैं.

मौके पर गुजरात के मुख्यमंत्री भी थे

निर्मोही अखाड़े की और से जब इन नौ विदेशियों को महामंडलेश्वर की उपाधि दी जा रही थी तो उस वक्त  गुजरात के सीएम विजय रुपाणी भी मौजूद थे.  इनके अलावा अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि भी इस कार्यक्रम का हिस्सा थे. इस कार्यक्रम में सबसे पहले इन सभी लोगों को अखाड़े के प्रमुख महामंडलेश्वरों ने दीक्षा दी और फिर बाद में इनकी चादर पोशी की रस्म आदा की गई.

निर्मोही अखाड़े की और से जिन जिन नौ विदेशियों को ये उपाधि दी गई है, उन्होंने इस अखाड़े से जुड़ने के बाद अपने नाम भी हिंदू कर लिए हैं. इस अखाड़े से जुड़े इन विदेशियों के नाम इस प्रकार है- एंडर मॉनोसमी उर्फ जयेन्द्र दास जो कि फ्रांस देश के हैं, डारन शैनॉन उर्फ ध्यानानंद दास इजराइल देश से नाता रखते हैं. इसके अलावा जो अन्य लोग इस अखाड़े से जुड़े हुए हैं उनके नाम टेलर मैमुअल, फ्रीडमैन उर्फ त्यागानंदा, जोनाथन मिशेल उर्फ जीवननंदा दास, रक्यों उर्फ राजेश्वरी देवी,जैमी एलीन उर्फ श्रीदेवी दासी, पीटर उर्फ स्वामी परमेश्वरानंद, एलेक्जेंडर जॉन उर्फ अनंतादंन दास हैं और लीला मारिया उर्फ ललिता श्रीदासी  है.

40 विदेशी लोगों को बनाएंगे हिस्सा

इस अखाड़े के संतों के अनुसार आने वाले समय में इनके अखाड़े से और भी विदेशी लोग जोड़ने वाले हैं और आने वाले कुंभ में इस अखाड़े में विदेशी लोगों की संख्या 40 हो जाएगी.  गौरतलब है कि अगला कुंभ साल 2022 में लगने वाला है और ये कुंभ हरिद्वार में होने वाला है. जबकि प्रयागराज  का ये कुंभ का मेला 4 मार्च,2019  तक होने वाला है और इस मेला का अखिरी शाही स्नान भी इसी तारीख को है.

करेंगे धर्म का प्रचार

इन विदेशियों को महामंडलेश्वर बनाने के बाद अब ये सभी लोग हिंदू धर्म का प्रचार करेंगे और लोगों को सनातन धर्म के बारे में बताएंगे. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस इनके साथ जुड़ चुकें. आपको बता दें कि कुंभ में कुल 14 अखाड़े हैं और इन 14 अखाड़ों में से एक अखाड़ा निर्मोही है जिसको 1720 में स्थापित किया गया था और इस अखाड़े को रामानंदाचार्य ने स्थापित किया था. इस अखाड़े के द्वारा भारत के कई राज्य में मंदिर बनाए गए हैं और ये मंदिर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार सहित कई राज्य में सहित हैं.

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