विशेषस्वास्थ्य

यदि “Maggi” आपकी भी है फेवरेट, तो यह ख़बर जरुर पढें, वरना पड़ सकता है पछताना

आज के समय में खाना सबकी पहली पसंद बन चुका है. मार्किट में इतने तरह के पकवान आ चुके हैं, जिनकी सुगंध किसी का भी मन मोह लेती है. ऐसे में आपने टीवी पर “मैगी” इंस्टेंट नूडल का विज्ञापन जरुर ही देखा होगा. जी हाँ, हम उसी मैगी की बात कर रहे हैं, जिसे केवल दो से पांच मिनट के भीतर पकाया जा सकता है. आज के इस बिजी समय में मनुष्य हर समय अपने कामों में व्यस्त रहता है ताकि वह महंगाई के इस दौर में अपने परिवार की सभी जरूरतों को पूरा कर सके. ऐसे में बहुत से लोगों के पास खाना पकाने का समय नही बच पाता तो वह इंस्टेंट नूडल बना कर खा लेते हैं. यदि आप भी इनमे से एक हैं तो ख़ास लेख केवल आपके लिए ही है. इस लेख में हम आपको मैगी से जुड़े कुछ ऐसे रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा हैं, जिनसे शायद आप पहले से वाकिफ नहीं होंगे.

भूख लगने पर आपको भी “दो मिनट में मैगी बनाओ और झट से खाओ” विज्ञापन की याद आती होगी, और देखा जाए तो मैगी नूडल सच में कम समय में पाक कर तैयार हो जाते हैं और हमारी भूख को शांत कर देते हैं. लेकिन यह खाने में जितने लज़ीज़ होते हैं, उतने ही सेहत के लिए हानिकारक साबित होते हैं. हालाँकि मॉडर्न समय के बच्चों से लेकर बड़े बूढ़े भी मैगी के दीवाने हैं इसी के कारण भारत में यह सबसे प्रसिद्ध भोजन बन चुकी है. लेकिन बता दें कि मैगी नूडल्स को मैदे से तैयार किया जाता है. यह मैदा पेट में आसानी से नही पाच पाता और कई तरह के रोगों का कारण बनता है.

तो ऐसे में यदि आप भी मैगी को अपना फेवरेट भोजन मानते आए हैं तो आपको यह लेख पढ़ने की ख़ास आवश्यकता है. इस लेख में हम आपको मैगी के सेहत को कुछ ऐसे दुष प्रभावों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपको बहुत बीमार कर सकते हैं. दरअसल, मैगी को तैयार करने में मैदे के साथ साथ मोनोसोडियम ग्लूटामेट नामक तत्व मिलाया जाता है. यह तत्व शरीर के लिए किसी ज़हर से कम नहीं है. इसको खाने से धीरे धीरे हमारे शरीर में कईं प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.

इसके इलावा जो लोग मैगी का सेवन हर रोज़ या अधिकतर समय में करते हैं, उनका पाचन तंत्र काफी कमजोर पड़ जाता है. ऐसे लोगों को पेट से संबंधित रोग घेर लेते हैं. वें जो लोग खाली पेट मैगी का सेवन करते हैं, उन्हें इसके तेज़ मसालों से गैस, कब्ज़ और एसिडिटी जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. क्यूंकि अधिकतर मैदा हमारे पेट में पहुँच कर आंतो में जमा हो जाता है जोकि हमें बीमार करने के लिए अहम भूमिका निभाता है.

विशेषज्ञों द्वारा किए गए एक शोध में पाया गया कि यह गर्भवती स्त्री और उसके होने वाले बच्चे के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है. दरअसल, मैगी किडनी और लीवर से जुडी परेशानियों की अहम वजह बन सकती है. इसलिए यदि आप भी मैगी खाने के अधिक शौक़ीन हैं तो आज से ही इसे खाना कम कर दें वरना आपको भारी हर्जाना चुकाना पड़ सकता है.

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