अध्यात्म

जानिए क्या होता है जब आपका शरीर आपसे बदला लेता है!

ऐसा कहा जाता है कि हमें अपने शरीर और मन का आदर करना चाहिए, तभी वह हमारा भी आदर करता है। इंसान को अपने शरीर के साथ दोस्ती करनी चाहिए। शरीर आपका अपना है, इसका विरोधी नहीं बनना चाहिए। सभी पुरानी परम्पराएं इंसान को शरीर और मन का विरोधी बना देती हैं, ये इंसान और उसके बीच दुश्मनी पैदा कर देती हैं। इसी की वजह से इंसान ध्यान में आगे नहीं जा पाता है।

your body revenge

ध्यान के समय बेचैन महसूस करता है शरीर:

आपने अक्सर देखा होगा जब आप ध्यान कर रहे होते हैं तो बाकी समय की अपेक्षा आपका मन आपको ज्यादा परेशान करता है। इसी वजह से ध्यान के समय शरीर बेचैनी महसूस करने लगता है। मन इंसान से बदला लेता है और चैन से बैठने नहीं देता है। यह आपके लिए बहुत सारी समस्याएँ पैदा कर देता है। यदि आप कुछ समय के लिए शांत बैठने की कोशिश करेंगे तब आपको सच्चाई पता चलेगी।

होने लगती हैं काल्पनिक चीजें:

जब आप ध्यान करने के लिए बैठते हैं तो काल्पनिक चीजें होनी शुरू हो जाती हैं। अक्सर ऐसा लगता है कि आपके पैर पर चींटी रेंग रही है, जब आप आँख खोलते हैं तो ऐसा कुछ नहीं होता है। यह आश्चर्य की ही बात है कि जब आपने आँख बंद की होती है तो आपको चींटी चढ़ती हुई, रेंगती हुई महसूस होती है, जैसे ही आप आँख खोलते हैं, कुछ भी नहीं होता है।

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आपका शरीर लेता है आपसे बदला:

यह कुछ और नहीं आपका शरीर था, जो आपके साथ चालाकी कर रहा था, और आपसे बदला ले रहा था। आप भी अपने शरीर के साथ चालाकी करते हैं और उसे कई तरह से धोखा देते हैं। अब बारी शरीर की है, वह भी आपसे बदला ले रहा है और आपको धोखा दे रहा है।

क्यों लेता है शरीर बदला?:

जब शरीर आराम करना चाहता है और सोना चाहता है, तो आप उसे जबरदस्ती जगाते हैं और उससे उल्टे-सीधे काम करवाते हैं। ऐसे में शरीर भी चुपचाप बर्दास्त कर लेता है और सही समय का इंतज़ार करता है। जब उसे सही समय मिलता है तो वह आपसे बदला लेता है।

अचानक से खुजली होने भी शरीर का बदला होता है:

इसलिए जब भी आप ध्यान करने बैठते हैं आपका शरीर आपके लिए समस्याएँ खड़ी करता है। जो चीज कभी नहीं होती वह ध्यान के समय होने लगती है। आप अचानक से महसूस करेंगे कि आपको खुजली होने लगती है या आपको जोर से छींक आ जाती है। यह सब, कुछ और नहीं बल्कि आपका शरीर आपसे बदला ले रहा होता है।

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