दिलचस्प

एक बार एक गांव वाले साँप को मार रहे थे, तभी वहां एक संत आया और फिर जो हुआ….

अक्सर बड़े बुजुर्ग बच्चों को कहानियां सुनाया करते हैं। हम और आप भी बचपन मे कई तरह की कहानियां ज़रूर सुने होंगे? जी हां, हर कहानी के पीछे कोई न कोई सीख ज़रूर होती है और उससे हमें कुछ न कुछ ज़रूर सीखने को मिलता है। ऐसे में आज हम आपके लिए एक ओल्ड ज़माने की मशहूर कहानी लेकर आएं हैं। कहानी भले ही पुरानी हो लेकिन उसकी सीख आपके बड़े काम आ सकती है। तो चलिए देर किस बात करते हैं और कहानी शुरू करते हैं। तो जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?

क्या है कहानी?

दोस्तों, पुराने समय मे गांव में अक्सर सांप आदि दिखाई देते थे, जिसे गांव के लोग मार देते थे। ऐसे ही एक बार एक गांव के कुछ लोग सांप को मार रहे थे, लेकिन तभी वहां एक संत आकर सांप को मारने से उन लोगों को रोकता है। जी हां, जब संत उन लोगों को सांप को न मारने के लिए कहते हैं तब लोग कहते हैं कि यदि हम इसे नहीं मारेंगे तो ये हमे काट जाएगा और हमारी मौत हो जाएगी, ऐसे में हमे अपने प्राण बचाने के लिए इसे मारना ही होगा।

गांव वाले उस सांप को मारने की पूरी तैयारी कर चुके थे, लेकिन संत ने उन्हें समझाया कि यदि आप सांप को मारेंगे या छेड़ेंगे नहीं तो सांप आपको काटेगा नहीं। संत की बात सुनकर गांव वालों ने सांप को छोड़ दिया और फिर सांप वहां से चला गया। अंततः संत की वजह से उस सांप की जान बच गयी और वह आजाद हो गया।

अगली सुबह जब संत स्नान करने के लिए नदी की तरफ जा रहे थे, तब रास्ते मे एक सांप फन फैलाये बैठा था। अंधेरा होने की वजह से कुछ दिखाई नहीं दे रहा था, क्योंकि वे तड़के स्नान करने गए थे। ऐसे में उन्होंने सांप को हटाने की पूरी कोशिश की, लेकिन सांप वहां से नहीं हटा और उन्होंने अपना रास्ता बदल दिया। जब स्नान करके संत वापस आ रहे थे, तब उन्होंने देखा कि जिस जगह सांप बैठा था, वहां से थोड़ी दूर एक गड्डा था, जिसमे संत गिर जाते थे। संत यह सब समझ गए और उन्होंने ईश्वर का धन्यवाद किया कि आपने मेरी जान बचाने के लिए सांप को भेजा।

क्या सीख मिली इस कहानी से?

इस कहानी से ये सीख मिलती है कि किसी भी प्राणी की मदद करने का फल हमेशा अच्छा ही मिलता है। यदि आप किसी के साथ अच्छा करते हैं तो ईश्वर आपको अच्छा फल देता है। इसलिए हमेशा दूसरों के साथ अच्छा ही व्यवहार करना चाहिए, ताकि ईश्वर आपको उसका फल दे सके। याद रखे कि ईश्वर हमेशा हमे देखता है।

Back to top button