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औषधीय गुणों से भरपूर हैं नीम के पत्ते, कई खतरनाक बीमारियों के लिए है ब्रह्मास्त्र

ये बात तो हम सभी को मालूम है कि नीम के पेड़ से ऐसी कई सी दवाईयाँ बनती हैं। लेकिन, इसके साथ ही इसके पत्तों और छालों से भी कई प्रकार की बिमारियों का इलाज भी किया जा सकता है। इस बात से भी काफी लोग वाकिफ होंगे। नीम एंटीबायोटिक तत्वों से भरपूर होती है जिसकी वजह से नीम को सर्वोच्च औषधि‍ के रूप में जाना जाता है। कहा जाता है कि कडवी दवा हमेशा ही अच्छी होती है। ऐसी ही कुछ नीम के साथ भी रहा है। नीम स्वाद में भले ही कड़वी हो, लेकिन इससे होने वाले लाभ किसी अमृत से कम नहीं होते हैं। इसलिए आज हम आपको नीम के पत्तों के फायदें बताने जा रहे हैं जिससे आप कई सारी बीमारियों का इलाज खुद से ही कर सकेंगे।

वैसे तो नीम लगभग कई सारी बीमारियों में लाभदायक होती है लेकिन, आज हम आपको नीम के पत्तों के वो फायदें बताएंगे जो शायद आप न जानते हो।

नीम के औषधीय गुण –

बात करें नीम के पत्तों के फायदें की तो इसके कई फायदों में से हम आपको 10 सबसे बड़े फायदो के बारे में बता देते हैं।

बैक्टीरिया से रक्षा करता है

आपको बता दें कि दुनिया में हर जगह पर बैक्टीरिया पाये जाते हैं। आपको हाथ से लेकर पूरे शरीर तक में बैक्टीरिया मौजूद है। हालांकि, इनमें से ज्यादातर बैक्टीरिया हमारे लिए फायदेमंद हैं। लेकिन, कुछ ऐसे भी हैं जो हमें नुकसान पहुँचाते हैं। इसके लिए अगर आप नीम का सेवन करें तो हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट किया जा सकता है। हालांकि, नीम का पत्ता खाने में थोड़ा कड़वा होता है।

जलने पर

अगर कोई व्यक्ति जल जाता है तो इसके लिए नीम से बढ़कर कोई दूसरा इलाज नहीं हो सकता। जली हुई जगह पर नीम की पत्तियों को पीसकर लगाने से तुरंत राहत मिलती है और नीम के एंटीसेप्टिक गुण घाव को बढ़ने नहीं देते हैं।

बालों के लिए भी फायदेमंद है नीम

नीम न केवल दवा बनाने के काम आती है बल्कि यह बालों के लिए भी काफी फायदेमेंद है। नीम एक बहुत अच्छा कंडीशनर है और अगर आप इसका इस्तेमाल करते हैं तो आपको महेंगे कंडीशनर पर पैसे फेंकने की जरुरत नहीं पड़ेगी। नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर उसके पानी से बाल धोने पर रूसी नहीं होती है।

कान में दर्द होने पर

शायद आपने कभी देखा होगा कि आपके घर में किसी के कान में दर्द होने पर बढ़े बुजुर्ग नीम का तेल डालने की सलाह देते हैं। दरअसल, यह एक जानी मानी दवा है। कान में दर्द होने पर नीम का तेल इस्तेमाल करना काफी फायदेमंद रहता है। नीम के तेल से कान बहने की बीमारी का भी इलाज किया जाता है।

दांतों के लिए वरदान है नीम

नीम भले ही स्वाद में कडवी हो लेकिन दातों के लिए यह एक रामबाण कि तरह है। नीम की दातुन करने से दांत की बिमारियां कोसो दूर रहती है। इससे दांतों और मसूड़ों की देखभाल होती है और हम तरह-तरह के महंगे टूथपेस्ट इस्तेमाल करने से बच जाते हैं। नीम की दातुन करने से पायरिया नहीं होता है।

फोड़े और दूसरे जख्मों के लिए

नीम फोड़े और दूसरे जख्मों के लिए एक ब्रम्हास्त्र की तरह है। शरीर में फोड़ा होने पर अगर नीम के छाल को पीसकर लगाया जाये तो यह बैक्टिरिया को खत्म करके फोड़े को जल्द ठीक होने में मदद करता है। नीम की पत्ती को पीसकर कटी हुई जगह पर लगाने से भी फायदा होता है।

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