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क्रिटिकल कंडीशन में अस्पताल में भर्ती हुए 81 साल के कादर खान, दिमाग ने काम करना किया बंद

जब फिल्मों में कॉमेडी का नाम आता है तो हमारे ज़हन में जिस इंसान का सबसे पहले नाम आता है वह हैं कादर खान. कादर खान ऐसे दिग्गज अभिनेताओं में से रहे हैं जिनका नाम लेने भर से ही चेहरे पर मुस्कान आ जाती है. उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों में अलग-अलग किरदार निभाए हैं. उनके द्वारा निभाए गए कुछ किरदार ने हमें जमकर हंसाया है तो कुछ किरदारों ने रोने पर मजबूर कर दिया. कादर खान का जादू 90 के दशक में बहुत चला था. गोविंदा और कादर खान की जोड़ी तो बहुत मशहूर भी हुई थी. दोनों ने कई फिल्मों (हीरो नंबर 1, राजा बाबू, दुल्हे राजा, आखें) में साथ काम किया. लेकिन लोगों को अपनी बातों से गुदगुदाने वाले कादर खान की हालत पिछले कुछ समय से क्रिटिकल बनी हुई है. उन्हें क्रिटिकल कंडीशन में कनाडा के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बता दें, 81 साल की उम्र में कादर खान अस्पातल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं.

रखा गया है वेंटिलेटर पर

बता दें, अस्पताल में उन्हें BiPAP वेंटिलेटर पर रखा गया है. साथ ही प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लियर  पाल्सी डिसऑर्डर की वजह से उनके दिमाग ने भी काम करना बंद कर दिया है. कुछ दिनों से उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी जिस वजह से उन्हें बाइपेप वेंटीलेटर पर रखा गया है. फिलहाल उनकी हालत नाजुक बनी हुई है. ये जानकारी खुद उनके बेटे सरफराज खान ने दी है .

81 साल के हैं कादर खान

81 साल के कादर खान को काफी समय से बोलने में भी तकलीफ़ होती थी. वह सिर्फ अपने बेटे और बहु की बातों को ही समझ पाते थे. कुछ समय तक वह सभी को पहचान लेते थे लेकिन अब उन्हें लोगों को पहचानने में भी मुश्किल होने लगी है. दरअसल, प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लियर पाल्सी एक असामान्य मस्तिष्क विकार है जो शरीर की गति, शरीर के संतुलन, बोलने, निगलने, देखने, मनोदशा और व्यव्हार के साथ सोच को प्रभावित करता है. हम आपको बता दें कि इन दिनों कादर खान कनाडा में अपने बेटे सरफ़राज़ के साथ रह रहे हैं.

इन फिल्मों में किया काम

कादर खान के फ़िल्मी करियर की शुरुवात फिल्म ‘दाग़’ से हुई थी जो कि साल 1972 में आई थी. इसके अलावा उन्होंने अदालत, परवरिश, दो और दो पांच, याराना, खून का कर्ज, दिल ही तो है, कुली नंबर 1, तेरा जादू चल गया, हीरो नंबर 1, दूल्हे राजा सहित कई अन्य सुपरहिट फिल्मों में भी काम किया. उनकी आखिरी फिल्म 2015 में आई ‘दिमाग का दही’ थी.

हो चुकी है घुटनों की सर्जरी

उनके बेटे सरफ़राज़ ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि कादर खान को चलने फिरने में बहुत दिक्कत होती थी. चलने के लिए उन्हें दोनों तरफ से सहारे की ज़रुरत होती थी. कुछ कदम चलने पर ही उन्हें थकान हो जाती थी और वह बैठ जाते थे. उन्हें लगता था कि ज़्यादा देर चलने पर वह गिर जायेंगे. उन्होंने बताया कि हाल ही में उन्होंने पिता के घुटनों की सर्जरी भी कराई थी. सर्जरी कामयाब रही और डॉक्टर ने अगले ही दिन चलने की सलाह दी थी. लेकिन वह चलने से घबराते थे. खैर, हमारी तो यही कामना है कि जल्द से जल्द ठीक होकर कादर खान साहब अपने घर वापस आ जाएं.

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