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बर्थडे पार्टी में होते हैं जितने लोग उससे भी कम है इस देश की जनसंख्या, नाम जानते हैं आप!

आपके संयुक्त परिवार में कितने लोग  रहते होंगे?….13-15 फिर अगर आपके मोहल्ले में कोई कार्यक्रम पड़े तो कितने लोग इकट्ठा होते हैं?  आप सोच रहे होंगे कि यह किस तरह का सवाल है। इस तरह का सवाल पूछे जाने के पीछे एक वजह है। आम तौर पर भारत जैसे देश में एक सामान्य बड़े परिवार में भी अच्छी खासी संख्या में लोग रहते हैं। साथ ही अगर मोहल्ले , सोसाइटी में कोई फंक्शन हो तो हर परिवार उसमें शामिल होता है। अगर शादी पड़ जाए तो यह संख्या तो आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते। यहां ऐसी बातें इस वजह से हो रही हैं क्योंकि हमारे बीच एक ऐसा देश भी मौजूद है जिसकी जनसंख्या सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे।

मोलोसिया है दैश

दुनियाभर में कितने ही देश हैं इसका अंदाजा लगा पाना कठिन है। ऐसा इसलिए क्योंकि संयुक्त राष्ट्र ने जिन देशों को मान्यता दी है सिर्फ इन्हें ही पूर्ण राष्ट्र माना गया है। ऐसे में हमारी जानकारी में आधिकारिक रुप से सिर्फ 195 देश ही दुनिया में हैं, लेकिन अगर आकड़ों की बात करें तो पूरी दुनिया में 300 से भी अधिक देश हैं। इसमे से एक अनोखा देश है मोलोसिया।

इस देश की कुल आबादी सिर्फ 33 लोग है। जी हां, सही पढ़ा आपने सिर्फ 33। अगर हमारे देश से इसका मुकाबली किया जाए तो इतनी संख्या एक आम बड़े परिवार की हो सकती है या फिर मोहल्ले के चार घर मिलाकर भी इससे ज्यादा लोग गिनती में आ जाएंगे। इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात आपको यह लग सकती है कि जितनी जनसंख्या हमने आपके बताई है उनमें वहां के जानवर भी शामिल हैं।

अमेरिका के पास है स्थित

मोलोसिया नाम का सबसे कम आबादी वाला देश अमेरिका के प्रांत नेवाडा के पास स्थिति है। हालांकि इसका नाम जल्द खोजने पर इसलिए हीं मिलेगा क्योंकि किसी भी सरकार ने इस देश को आधिकारिक मान्यता नहीं दी है। आपको जानने में दिलचस्पी होगी की सिर्फ 33 लोगों का यह देश आखिर बना कैसे।

बता दें कि 1977 में केविन बॉघ और उनके दोस्त को मन में ख्याल आया कि एक अलग देश का निर्माण किया जाए। दोनों ने मिलकर मोलोसिया नाम की यह जगह बनाई। इस देश के राष्ट्रपति कोई औऱ नहीं बल्कि केविन ही है। यहां जितने लोग आपको मिलेंगे उनमें से अधिकतर केविन के ही रिश्तेदार हैं।

अलग हैं कानून परंपरा

अगर आप इसे मजाकिया देश समझ रहे हैं तो आपको बता दें कि हर देश की तरह यहां भी अपना कानून, परंपरा  है। साथ ही यहां की करेंसी भी दूसरे देशों से अलग हैं। टूरिस्ट इस देश की तरफ भी अट्रैक्ट होते है औऱ दूर दूर सो लोग घूमने आते हैं। यहां भी पर्यटकों के अपने पासपोर्ट पर स्टांप लगवाना पड़ता है। जहां हर देश में राष्ट्रपति के साथ कड़ी सुरक्षा जुड़ी हैं वही यहां के राष्ट्रपति अकेले सड़कों पर घूमते हैं और साथ ही टूरिस्ट को यह जगह खुद ही दिखाते हैं।

करेंसी अलग होने की वजह से आपको खरीददारी करने में समस्या आ सकती है। अगर आपको कुछ लेना है तो पहले मोलोसियन बैंक से अपनी करेंसी चेंज करवाए। वहां आपको वालोरा करैंसी मिलेगी और इसके बाद ही आप कुछ और खरीद पाएंगे।

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