बॉलीवुड

सिर्फ पर्दे पर ही नहीं असल जिंदगी में भी इन विलेन से डरने लगे थे लोग

न्यूजट्रेंड बॉलीवुड डेस्कः  बॉलीवुड में हमेशा से हीरो को तरजीह दी गई है। हीरो बनते हो लोग स्टार बन जाते हैं, लेकिन फिल्म में अगर विलेन ना हो तो फिर हीरो किस काम का। हीरो सबसे अच्छा दिखता ही इसलिए है क्योंकि विलेन इसे अच्छा बनाता है। आज के समय में तो हीरो भी कई बार विलेन के किरदार में नजर आ जाते हैं, लेकिन एक जमाना ऐसा था कि विलेन सिर्फ पर्दे पर विलेन हुआ करते थे। उनकी खलनायकी भी ऐसी दर्शक सचमुच उन्हें बुरा इंसान मानने लगते, असल जिंदगी में भी लोग उनसे दूर भागा करते। आपको बताते हैं ऐसे विलेन के बारे में।

अमजद खान-

कितने आदमी थे….बस इतना ही सुनना है और आपको हाथ में बंदूक लिया हुआ याद आ गया होगा गब्बर सिंह। वो गब्बर सिंह जिससे पूरा रामगढ़ ही नहीं सारे लोग ही घबराते थे। अमजद खान ने इसके बाद और पहले भी पॉजिटिव रोल किए, लेकिन वो लोगों के लिए खुंखार डाकू गब्बर सिंह बने रहे। आज भी अमजद खान के नाम पर लोगों क याद आता है गब्बर।

रंजीत-

भगवान के लिए मुझे छोड़ दो…अरे ऐसी चीज भगवान के लिए कैसे छोड़ दें….पर्दे पर हीरोइनों और हीरो की बहन की इंज्जत लुटने वाले रंजीत के नाम से लड़कियां खौफ खाती थी। उन्होंने पर्दे पर 35 बार रेप सीन फिल्माया था जो कि अब तक का एक रिकॉर्ड है। पर्दे पर ही नहीं असल जिंदगी में भी लड़कियां रंजीत को देख कर सहम जाया करती थीं।

अमरीश पुरी-

नायक में सीएम का किरदार हो या मिस्टर इंडिया में मोगेम्बो का अमरीश पुरी ने दर्शकों के दिल में वो छाप छोड़ी जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। पर्दे पर जब मोगेम्बो खुश होता था तो लोग डर जाते थे। हालांकि उनके पॉजिटीव रोल को काफी पसंद किया गया, लेकिन जो विलेन का किरदार उन्होंने निभा दिया वो अमर हो गया।

आशुतोष राणा-

दुश्मन फिल्म में जब आशुतोश का साइको किलर वाला चेहरे सबके सामने आया तो लोगों को आशुतोष से डर लगने लगा। आशुतोष ने फिल्म संघर्ष में ऐसा जबरदस्त निगेटिव रोल निभाया कि अक्षय और प्रीटि भी उस वक्त उनके सामने कम लगने लगे थे। उनती बड़ी बड़ी डरावनी आंखें लोगों के मन में डर पैदा कर देती थीं। उन्होंने पॉजिटिव किरदार भी निभाए, लेकिन ये भी एक खासियत रही कि हर किरदार में उन्हें पसंद किया गया।

प्रेम चोपड़ा-

नंगा नहायेगा क्या और निचोड़ेगा पर आपको हंसी आये या ना आये, लेकिन जब पर्दे पर प्रेम ने कहा प्रेम नाम है मेरा प्रेम चोप़ड़ा…. तो लोगों की सांसे थम गईं। फिल्म में उनका धुर्तपना हमेशा छाया रहा साथ ही औरतों के साथ छेड़खानी कर उन्होंने डर का माहौल भी हमेशा बनाए रखा। प्रेम चोपड़ा जिस भी किरदार में नजर आ जाएं, लेकिन उनके विलेन वाले किरदार की नहीं भूल पाएगा।

प्राण-

प्राण ने अपने करियर में कई बार विलेन का किरदार निभाया, लेकिन उनका सबसे बेस्ट रोल था फिल्म राम औऱ श्याम का जिसमें दिलीप कुमार थे। वो तिरछी मुस्कान और फिर ठहरते हुए हल्की मुस्कान के साथ अपनी बात कह जाना प्राण की वो अदा थी जो लोगों को डरा देती थी। प्राण ने भी कई पॉजिटिव रोल किए, लेकिन वो एक बेहतरीन विलेन रहे।

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