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सीएम पर्रिकर के बीमारी के चलते गोवा में सियासी भूचाल, कांग्रेस ने ठोका सरकार बनाने का दावा

गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। उनके बीमार पड़ने की वजह से सूबे में राजनीतिक उथल पुथल आ गया है। सीएम के खराब सेहत के बीच कांग्रेस ने राज्यपाल भवन में सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है।

मुख्यमंत्री के बीमार होने से विपक्षी पार्टी कांग्रेस राजनीतिक दांव पेंच खेलने से बिल्कुल भी नहीं चुक रही है। गोवा विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष बाबू कवलेकर ने 14 विधायकों के साथ राजभवन पहुँचकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है।

कांग्रेस और गवर्नर की मुलाकात नहीं- बाबू कवलेकर 14 विधायकों के साथ राजभवन सरकार बनाने का दावा लेकर जरूर पहुँचे थे। लेकिन गवर्नर के मौजूद न होने के कारण कांग्रेस की मुलाकार राज्यपाल से नहीं हो पाई। लेकिन उनके कार्यालय ने कांग्रेस के ज्ञापन को स्वीकर कर लिया है।

कल मिलेंगे राज्यपाल- कांग्रेस ने दावा किया है कि राज्यपाल ने उन्हें कल मिलने का समय दिया है। जानकारी के लिए बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस राज्य में 16 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। लेकिन कहा गया कि कांग्रेस ने सरकार बनाने में दावे के लिए देर कर दी। और बीजेपी ने राज्य मेंं गठबंधन के साथ सरकार का गठन कर लिया था।

क्या है राजनीतिक उथल पुथल- गोवा में मनोहर पर्रिकर गठबंधन की सरकार चला रहे हैं। जिसमें दो सहयोगी दल गोवा फारवर्ड पार्टी और महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी के साथ तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। सीएम पर्रीकर के बीमारी के चलते बीजेपी की सहयोगी पार्टी गोवा फारवर्ड पार्टी ने नेतृत्व बदलने की मांग की है। और एक स्थायी हल निकालने की भी मांग की थी।

क्या कहा गोवा बीजेपी ने- गोवा बीजेपी सीएम बदलने या वैक्लपिक नेतृत्व के लिए तैयार नहीं है। सीएम पर्रीकर के बीमारी के बीच बीजेपी के एक केंद्रीय टीम ने गोवा के विधायकों से एक होटल में मुलाकात की। केंद्रीय टीम में राष्ट्रीय महासचिव रामलाल, विजय पुराणिक, बी.एल. संतोष, और पूर्व उर्जा मंत्री महादेव नाईक शामिल थे। बैठक की अध्यक्षता रामलाल ने की।

बैठक के बाद महादेव नाईक ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने पद पर बने रहना चाहिए। ये अच्छे के लिए ही होगा, वो अपना इलाज करा रहे हैं और जल्दी या बाद में वे स्वस्थ हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस बात पर कोई भी चर्चा नहीं हुई कि क्या किसी को प्रभारी बनाया जाएगा। हाई कमांड इस पर निर्णय लेंगे।

रामलाल और उनकी टीम ने सीएम पर्रीकर के दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती होने के बाद राज्य की राजनीतिक स्थिति को काबू में करने के लिए पार्टी समेत अन्य सहयोगी पार्टियों के विधायकों से मुलाकात की थी।

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