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अगर पापा निभाएंगे ये 4 जिम्मेदारियां तो दूर हो जाएगी बढ़ते बच्चों की परेशानियां

जैसे जैसे बच्चे बड़े होते हैं, वैसे वैसे मां बाप की टेंशन भी बढ़ती जाती है। दरअसल, मां बाप अपने बच्चों को पूरी तरह से अनुशासन में रखना चाहते है। इस कोशिश में कई मां बाप सफल होते हैं, तो कई हार जाते हैं, जिसकी वजह से उनके परिवार में तनाव का माहौल होता है। बच्चों की परवरिशन करना आसान काम नहीं होता है और यह जिम्मेदारी जितनी मां की होती है, उतनी ही ज्यादा पिता की भी होती है। माने या न माने पिता से बच्चा बहुत कुछ सीखता है, इसलिए एक अच्छे पिता को अपनी तमाम जिम्मेदारियां निभानी चाहिए। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?

रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है कि अगर माता पिता अनुशासित रहेंगे तो उनका बच्चा भी अनुशासित ही रहेगा। इसके लिए माता और पिता को बच्चों के साथ अच्छा तालमेल बिठाना चाहिए, ताकि वे बढ़ते बच्चों की भावनाओ को अच्छे से समझ सके। बच्चा माता से जितना सीखता है, उससे कहीं ज्यादा पिता से सीखता है, इसलिए बढ़ते बच्चों के प्रति पिता की जिम्मेदारियां बढ़ जाती है, क्योंकि बच्चा पिता से आत्मविश्वास सीखता है। जब बच्चा बड़ा होता है, तो उसमें कई तरह के बदलाव आते हैं, इसलिए ज़रूरी है कि पिता अपने बच्चों के साथ दोस्ती का रिश्ता बनाए।

पिता है साइलेंट लर्निंग

भले ही पिता ज़रूरत से ज्यादा बिजी हो या फिर वो बच्चों को टाइम नहीं दे पा रहे हों, लेकिन बच्चों के लिए वे हमेशा साइलेंट लर्निंग का काम करते हैं। पिता किस तरह से मेहनत करते हैं, उनकी फैमिली के साथ तालमेल कैसा है, ये सब बच्चे अक्सर अपने पिता से सीखते हैं और ये सारी चीज़े पिता अपने बच्चों को सीखाते नहीं है, बल्कि बच्चा खुद ब खुद ये सारी चीज़े अपने पिता से सीख लेता है। इन सबके अलावा पिता को कुछ जिम्मेदारी निभानी चाहिए, जिनकी चर्चा निम्नलिखित है –

1.बच्चे जब किशोरावस्था में प्रवेश करते हैं तो उनमें कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलाव आते हैं, जिसकी वजह से उसके व्यवहार में कई तरह का बदलाव आता है। कई बार बच्चा काफी चिड़चिड़ा हो जाता है, तो ऐसे में उसके साथ गुस्से से पेश आने के बजाय आपको अपना समय याद कर उसे अपने अनुभवों के बारे में बताना चाहिए, ताकि उसके पैर इस अवस्था में डगमगा न सके।

2.बढ़ते बच्चों को यह बिल्कुल पसंद नहीं होता है कि उनकी कोई कमिया निकाले। इसलिए अगर आप अपने बच्चों की कमिया निकालते हैं, तो जरा संभलिए। उसमें इस समस्या आत्मविश्वास जगाने की कोशिश करे, न कि उसे बात बात पर डांटे, क्योंकि अगर आप डांटे तो उसके ऊपर मानसिक असर पड़ेगा, जिसकी वजह से वो रास्ता भटक सकता है। इसलिए उसके साथ प्यार से पेश आएं।

3.जब आपका बच्चा बड़ा हो रहा हो, तो सारा काम खुद न करे, बल्कि थोड़ा बहुत काम करने के लिए उसे भी कहे, ताकि वो बहुत जल्दी जिम्मेदारियों को सीख सके। इसके अलावा अगर आप कोई फैसला ले रहे हैं, तो उसकी राय ज़रूर लें, इससे आपके बच्चे में आत्मविश्वास की कभी कमी नहीं होगी।

 

4.अगर आपका बच्चा दिन भर दोस्तोंं के साथ बाहर रहता है, तो उसे दोस्तो को घर बुलाने के लिए कहे। इसके अलावा आप भी कभी कभी अपने बच्चों के साथ मस्ती करे, ताकि उसे बोरियत महसूस न हो और आपसे उसका रिश्ता गहरा हो जाएगा।

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