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दिहाड़ी करने वाले मज़दूर एक दिन इस तरह से बन गया डेढ़ करोड़ का मालिक

अक्सर लोगों को आपने यह कहते हुए सुना होगा कि अगर भगवान की कृपा होती है तो व्यक्ति एक ही रात में करोड़पति बन जाता है। इन बातों को सुनकर लगता है कि यह सब बस बातें ही होती हैं। लेकिन हमारे सामने कई ऐसे उदाहरण आए हैं, जिन्हें देखने के बाद यक़ीन हो जाता है कि अगर ऊपर वाले की मर्ज़ी हो तो कोई भी इंसान रातों-रात भी करोड़पति बन सकता है। आज हम आपको एक ऐसी ही घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में सुनकर आप शायद ही यक़ीन कर पाएँ।

जब ऊपर वाला देता है तो छप्पड़ फाड़ के देता है। ऐसा ही कुछ पंजाब में देखने को मिला है। वहाँ के संगरूर में रहने वाले एक दिहाड़ी मज़दूर के परिवार के साथ ही ऐसा ही कुछ हुआ। वह एक ही पल में देखते-देखते करोड़पति हो गया। आख़िर इस मज़दूर का परिवार जो सही से अपना गुज़ारा भी नहीं कर पाता था वो एक ही पल में किस तरह से डेढ़ करोड़ का मालिक बन गया, इसकी कहानी बहुत ही मज़ेदार है। आज हम आपको एक मज़दूर के डेढ़ करोड़ के मालिक बनने की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं।

ईंट भट्टे पर दिहाड़ी का काम करता था मनोज:

जानकारी के अनुसार पंजाब में संगरूर के दिहाड़ी मज़दूर मनोज की बेटी ने पैसे उधार लेकर राखी की बमपर लॉटरी के 2 टिकट ख़रीदे थे। उसे क्या पता था कि यह लॉटरी उसका जीवन हमेशा के लिए बदलने वाला है। ऊपर वाले का चमत्कार हुआ और उसकी क़िस्मत खुल गयी। इसी लॉटरी से चमत्कार हुआ और देखते ही देखते मज़दूर परिवार डेढ़ करोड़ का मालिक बन गया। मांडवी गाँव के मनोज कुमार एक ईंट भट्टे पर दिहाड़ी मज़दूरी का काम करते थे। उनके परिवार को लॉटरी में डेढ़ करोड़ रुपए की जीत हाथ लगी है।

परिवार गुज़र रहा था बड़ी आर्थिक तंगी से:

आपको बता दें इस चमत्कार के होने से पहले मनोज का परिवार बहुत ग़रीबी में जीवन जी रहा था। मनोज के परिवार में कुल सात लोग हैं। परिवार के सभी लोगों का गुज़ारा मनोज की दिहाड़ी से ही चलता था। इस वजह से गुज़ारा करने में काफ़ी मुश्किल होती थी। ग़रीबी की वजह से मजबूरी में पूरे परिवार को एक टूटे हुए घर में रहना पड़ता था। कुछ ही दिनों में मनोज की बड़ी लड़की की शादी होनी थी, इसकी वजह से मनोज का परिवार बड़ी आर्थिक तंगी के दौर से गुज़र रहा था।

उधार लेकर ख़रीदी थी लॉटरी टिकट:

मनोज की बेटी रिंपी ने बताया कि पोस्ट ऑफ़िस में काम करने वाला एक लड़का उनके घर टिकट लेकर आया था। उस लड़के ने बताया कि कुछ टिकट को कोई नहीं ख़रीद रहा है, इस वजह से वह 8 टिकट को वापस करने जा रहा है। इसके बाद हमने पड़ोसी से पैसे उधार लेकर टिकट ख़रीद लिया। राखी के कुछ दिनों बाद वह हमारे पास आए और बताया कि आपका नम्बर लग गया है। केवल यही नहीं इस साल का बम्पर प्राइज़ भी आपके नाम है। मनोज की माँ ने कहा कि हम भगवान का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने हमें इतनी बड़ी लॉटरी दी है।

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