स्वास्थ्य

सेहत के लिए बहुत ज़रूरी होता है ग्लूटेन, जानिए इसकी कमी से क्या हो सकता है नुकसान

ग्लूटेन एक तरह का प्रोटीन होता है, जो शरीर के लिए जरूरी होता है। ग्लूटेन गेहूँ, जौ से बने खाद्य पदार्थों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। शरीर में ग्लूटेन नामक प्रोटीन का रोल वजन बढ़ाने में होता है। यह बहुत तेजी से वजन बढ़ाता है। इसलिए जिनका वजन अधिक होता है, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे ग्लूटेन फ्री भोजन करें। तो अगर आप भी अपना वजन घटाना चाहते हैं तो ग्लूटेन फ्री आहार का सेवन करें। तो आइए जानते हैं कि ग्लूटेन फ्री आहार क्या क्या हैं और यह वजन कम करने में किस प्रकार से सहायक होता है।

  • ग्लूटेन वजन बढ़ाने में अहम रोल निभाता है। इसलिए अगर आपको वजन कम करना है तो ग्लूटेन फ्री आहार का सेवन करें। इसका मतलब है आपको गेहूँ, जौ, राई से बने पदार्थों का सेवन बंद करना होगा, सबसे अधिक ग्लूटेन इन्हीं पदार्थों में पाया जाता है। और आपको इस दौरान हरी सब्जियों का अधिक सेवन करना होगा। क्योंकि इसमें प्रोटीन की अधिक मात्रा पाई जाती है।

  • छोटी आंत को नुकसान- यदि आप अधिक ग्लूटेन से भरपूर भोजन करते हैं। तो इससे छोटी आंत प्रभावित हो सकती है। छोटी आंत को स्वस्थ रखने के लिए ग्लूटेन का कम सेवन करें।
  • अधिक भूख लगना और वजन बढ़ना- ग्लूटेन के सेवन से भूख में बढ़ोतरी होती है। इसमें कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो आपके शरीर में भूख दबाने वाले मालिक्यूल को रोकते हैं। ऐसे में आप अधिक भोजन करने लगते हैं, और आपका वजन बढ़ने लगते हैं। यदि आप वजन कम करना चाहते हैं तो अपने डाइट से ग्लूटेन को हटा दें। इससे वजन कम करने में लाभ मिलेगा।

ग्लूटेन फ्री आहार के नुकसान-

ग्लूटेन फ्री आहार का सेवन सभी को नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके कुछ साइड इफे्टस भी हो सकते हैं, ग्लूटेन मुक्त आहार खास तौर पर सिलिएक रोगियों के लिए होता है। क्योंकि ग्लूटेन फ्री आहार सिलिएक बीमारी के लक्षण और लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करता है।

  • कम नहीं होता वजन- ये बात सच है कि ग्लूटेन वजन बढ़ाने में सहायक हैं, लेकिन वजन कम होना इस बात पर निर्भर करता है कि कौन से आहारों का सेवन किया जा रहा है। उदाहरण के तौर पर गेहूँ के आटे के जगह अगर आप आलू का प्रयोग करते हैं तो यह वजन कम नहीं करता । वजन कम करने का केवल ग्लूटेन फ्री आहारों का करना नहीं होता बल्कि इसके लिए हाई कैलोरी और हाई फैट वाले आहारों को भी कम करना पड़ता है।
  • आवश्यक पोषण की कमी- ग्लूटेन फ्री आहारों से शरीर को लौह, कैल्शियम, थायमिन आदि जैसे पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं। आवश्यक फाइबर फलों और सब्जियों के अलावा साबूत अनाज से मिलता है। अगर साबूत अनाज का सेवन नहीं करेंगे तो शरीर में फाइबर की कमी हो जाएगी। जिससे शरीर में अच्छे बैक्टिरिया जिनकी जरूरत होती है की कमी हो जाती है।
  • मंहगा- ग्लूटेन फ्री आहारों का सेवन सभी के लिए संभव नहीं होता है। क्योंकि ये आसानी से उपलब्ध नहीं होता और अगर उपलब्ध है भी तो काफी महंगा है।

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