भाजपा के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ेंगे कन्हैया कुमार, जा चुके हैं देशद्रोह के आरोप में जेल
कन्हैया कुमार के बारे में आज किसी को बताने की ज़रूरत नहीं है। आज कन्हैया कुमार को हर कोई जानता है। कुछ लोगों के लिए कन्हैया कुमार एक हीरो हैं तो वहीं ज़्यादातर लोगों के लिए कन्हैया कुमार एक देशद्रोही हैं। जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार बिहार से 2019 लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। ख़बरों के अनुसार वह महगठबँधन के उम्मीदवार होंगे और भाजपा के ख़िलाफ़ चुनाव लादकर लोकसभा पहुँचने की कोशिश करेंगे। कन्हैया कुमार अक्सर ही भाजपा और संघ के ख़िलाफ़ हमला करते हुए दिखाई देते हैं।
कैंपस में लगे थे देश विरोधी नारे:
आज हम कन्हैया कुमार के बारे में कुछ ख़ास बातें बताने जा रहे हैं। जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी में देश विरोधी नारे लगाने और देशद्रोह के आरोप में कन्हैया कुमार को 2016 में गिरफ़्तार किया गया था। उस समय वे जवाहर लाल नेहरु छात्रसंघ के अध्यक्ष थे। यूनिवर्सिटी कैंपस में 9 फ़रवरी 2016 को एक कार्यक्रम हुआ था, जिस सिलसिले में पुलिस उन्हें 12 फ़रवरी को गिरफ़्तार करके ले गयी थी। आपको बता दें 9 फ़रवरी को जेएनयू कैंपस में अफ़ज़ल गुरु और मक़बूल भट्ट की बरसी पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
सभी वामपंथी एकमत हैं बेगूसराय से चुनाव लड़वाने को लेकर:
कार्यक्रम में देशविरोधी नारे लगाए गए थे। जिसका वीडियो सामने आने के बाद देशभर में राष्ट्रवाद पर बहस छिड़ गयी थी। दिल्ली पुलिस ने कन्हैया कुमार के अलावा अनिर्बान और उमर ख़ालिद पर भी देशद्रोह की धराएँ लगायी थी। 3 मार्च 2016 को उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट से ज़मानत मिल गयी थी। ख़ुद पर लगाए गए सभी आरोपों को कन्हैया कुमार शुरू से हाई ग़लत बता रहे हैं। कन्हैया ने कहा था कि उन्होंने देशविरोधी नारे कभी नहीं लगाए थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार कन्हैया कुमार बिहार के बेगूसराय लोकसभा सीट से सीपीआई के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। कन्हैया को बेगूसराय से लड़वाने को लेकर सभी वामपंथी एकमत हैं।
कन्हैया कुमार होंगे महगठबँधन के साझा उम्मीदवार:
एक न्यूज़ चैनल से बातचीत करते हुए बिहार के सीपीआई महासचिव सत्यनारायण सिंह ने कहा कि कन्हैया कुमार को बेगूसराय से चुनाव लड़वाने को लेकर वामपंथी दलों के बीच पटना से लेकर दिल्ली तक एक हाई राय बन चुकी है। सत्यनारायण सिंह ने बताया कि बेगूसराय लोकसभा सीट से कन्हैया कुमार महगठबँधन के घटक दल आरजेडी, कांग्रेस, हम और वामपंथी पार्टियों के साझा उम्मीदवार होंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें फ़िलहाल इस सीट पर भाजपा का क़ब्ज़ा है। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार भोला सिंह यहाँ से चुनाव जीते थे।
ख़ुद चुनाव लड़ने के बारे में बतायी अपनी राय:
भोला सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी आरजेडी उम्मीदवार तनवीर हसन को लगभग 58000 वोटों से मात दिया था। बहुत कम लोग यह जानते हैं कि कन्हैया कुमार मूल रूप से बिहार के बेगूसराय के बरौनि प्रखंड स्थित बीहट पंचायत के मूल निवासी हैं। कन्हैया कुमार की माँ मीना देवी बेगूसराय में आँगनवाड़ी सेविका हैं। जबकि पिता जयशंकर सिंह एक किसान हैं। सीपीएम के एक नेता ने बताया कि कन्हैया कुमार ने ख़ुद चुनाव लड़ने के सम्बंध में पार्टी को अपनी सहमति दे दी है। अब देखना ये है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में कन्हैया को जीत मिलती है या हार।