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हैरतअंगेज: 80 साल की उम्र में भी केवल 30 साल की ही लगती है यहाँ की महिलायें!

पूरी दुनियाँ की महिलायें यही चाहती हैं कि उनकी असली उम्र के बारे में कोई ना जान पाए, यानी वो अधिक उम्र की हो जाने के बावजूद भी कम उम्र की दिखना चाहती हैं। दुनियाँ का हर इंसान यही चाहता है कि वह कभी ना बूढ़ा हो, वह हमेशा ही जवान बना रहे। लेकिन ऐसा संभव नहीं है। लेकिन शायद आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनियाँ में एक जगह है जहाँ के लोग ज्यादा समय तक जीते हैं और बहुत ज्यादा उम्र का हो जाने पर भी कम उम्र वालों की तरह दिखते हैं।

यह लोग किसी और नहीं बल्कि हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्र के काराकोरम की पहाड़ियों पर रहने वाले हुन्जकूटस या हुंजा लोग हैं जो बुरुषो समुदाय के हैं। इन लोगों की सबसे बड़ी ख़ासियत यह है कि यह लोग कभी भी बीमार नहीं पड़ते हैं।

hunza people

हुंजा लोग (Hunza People) गिनती में बहुत ही कम बचे हुए हैं,

हालांकि हुंजा लोग गिनती में बहुत ही कम बचे हुए हैं, लेकिन ये पूरी दुनियाँ में सबसे ज्यादा उम्र तक जीने वाली और सबसे खुश रहने वाली इकलौती प्रजाती है। हुंजा लोगों के लिए कहा जाता है कि इस समुदाय के एक भी सदस्य को अब तक कैंसर नहीं हुआ है और इन्हें पूरी दुनियाँ में कैंसर मुक्त जनसँख्या में गिना जाता है।

यहाँ तक कि इस समुदाय का एक भी सदस्य कैंसर के बारे में जनता तक नहीं है और किसी ने अब तक कैंसर का नाम भी नहीं सुना है। आपको जानकर यह आश्चर्य होगा कि हुंजा समुदाय की महिलायें 65 साल की उम्र में भी बिना किसी परेशानी के माँ बन सकती हैं।

hunza people

आपको बता दें इस समुदाय के लोगों को बुरुषो भी कहते हैं। इन लोगों की भाषा बुरुशास्की है। इस समुदाय के लोगों के बारे में कहा जाता है कि ये लोग सिकंदर की सेना के वंशज हैं, जब सिकंदर अपनी सेना के साथ वापस जा रहा था तो कुछ लोग यहीं रुक गए थे। ये लोग यहाँ चौथी सदी में आये थे, तब से ये यहीं रहते हैं।

यहाँ का पूरा समुदाय मुस्लिम धर्म को मानता है और इस्लाम के नियमों का पालन करता है। यह समुदाय पाकिस्तान के अन्य समुदायों से ज्यादा शिक्षित है। वर्तमान समय में हुंजा घाटी में इनकी जनसँख्या लगभग 85 हजार है।

लम्बी उम्र के लिए खाते हैं अखरोट:

ये लोग अपने खान- पान की वजह से ही बीमार नहीं पड़ते हैं और लम्बा जीवन जीते हैं। ये लोग अधिक उम्र का हो जाने पर भी कम उम्र के दीखते हैं। दरअसल एक शोध के दौरान पता चला है कि ये लोग अपने खान- पान में अखरोट को जरुर शामिल करते हैं। सूखे हुए अखरोट में B-17 कंपाउंड पाया जाता है, यह इंसान के शरीर में मजूद एंटी कैंसर एजेंट को ख़त्म कर देता है। हुंजा लोग बहुत ज्यादा मात्र में अखरोट खाते हैं इसलिए उन्हें कैंसर होता ही नहीं है।

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