अध्यात्म

पैसा और जवानी ही नहीं ये चीज़ें भी एक दिन छोड़ देंगी आपका साथ, मोह करेंगे तो पछताएंगे

परिवर्तन प्रकृति का नियम है, इस बात को आपने कई लोगों से सुनी होगी इस बात में कितनी गहराई है इस बात का अंदाजा इंसान को समय के साथ लगता जाता है. एक नवजात शिशु धीरे-धीरे बढ़ता है और उसे निरंतर बढ़ते उसके माता-पिता के साथ उसके आस-पास रहने वाले भी देखते हैं. हर किसी को पता है कि जिसका जन्म हुआ है उसकी मृत्यु भी होनी ही है लेकिन ये मृत्यु कब और कैसे आएगी इसका पता किसी को आज तक नहीं हो पाया. वैसे तो सबको पता होता है कि कुछ चीजें जीवन में बदलती हैं लेकिन पैसा और जवानी ही नहीं ये चीज़ें भी एक दिन छोड़ देंगी आपका साथ, चलिए बताते हैं कौन सी हैं वे चीजें ?

पैसा और जवानी ही नहीं ये चीज़ें भी एक दिन छोड़ देंगी आपका साथ

1. जवानी तो साथ छोड़ती ही है

हर इंसान चाहता हैं कि उसकी जवानी और खूबसूरती हमेशा बनी रहे. कोई नहीं चाहता कि उसे बुढ़ापा आए और उसकी जवानी ढल जाए क्योंकि बुढ़ापे में किसी को किसी की जरूरत नहीं होती और ऐसा अक्सर लोग कहते है. बदलाव ही प्रकृति का नियम है और एक समय के बाद इंसान लाख चाहे लेकिन जवानी यानि युवावस्था आपका साथ छोड़ ही देगी.

2. अपना धन भी अपना नहीं

जिंदगी भर इंसान पैसों के पीछे भागता है जिसके लिए वो अच्छा-बुरा बन जाता है और पैसा कमाता है. इंसान के पास चाहे जितना भी धन-संपत्ति हो लेकिन जब वो अकेला होता है या दुनिया छोड़कर जाता है तब वो पैसा उसका साथ कभी नहीं देता. ऐसे में कह सकते हैं कि अपना धन भी अपना नहीं होता. मन की तरह ही धन का भी स्वभाव बड़ा ही चंचल होता है और वो हर समय आपके पास रहे ये जरूरी नहीं होता, इसलिए धन का मोह इंसान को नहीं करना चाहिए.

3. आपका अधिकार

बहुत से लोगों को हर जगह अपना अधिकार जमाना अच्छा और बहुत से लोगों को इसका शौक होता है लेकिन ये अधिकार जमाना हर इंसान के बस में हमेशा हो ये जरूरी नहीं होता. जिस तरह परिवर्तन प्रकृति का नियम है, उसी तरह पद और अधिकारों का परिवर्तन भी समय-समय बदलना जरूरी होता है.

4. मृत्यु सत्य है जीवन असत्य है

जन्म और मृत्यु ही जीवन का सबसे बड़ा सत्य होता है. जिसका जन्म हुआ है उसकी मृत्यु निश्चित है. कोई भी इंसान चाहे जितनी पूजा-पाठ कर ले या दवाइयों का सहारा ले ले लेकिन उनकी मृत्यु जरूर होनी है. इसलिए कभी अपने प्रियजन के जीवन का मोह नहीं करना चाहिए.

5. आपकी अपनी परछाई

इंसान की परछाई उसका साथ सिर्फ तब तक देती है, जब तक आप धूप में चलते हैं. अंधकार आते ही मनुष्य की छाया भी उसका साथ छोड़ देता है और यही जीवन की सच्चाई है. जब इंसान अपनी कामयाबी के शिखर पर होता है खूब पैसा कमाता है तो लोग उसका साथ देते हैं लेकिन जैसे ही वो पैसों की कमी का अनुभव करता है लोग उसका साथ छोड़ते चले जाते हैं. इसलिए इंसान को खुद पर भरोसा रखा चाहिए और खुद के दम पर हर काम करना चाहिए.

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