बॉलीवुड

43 साल पहले 15 अगस्त को ही रिलीज़ हुई थी शोले, इसके बारे में नहीं जानते होंगे ये ख़ास बातें

बॉलीवुड में हर साल कई फ़िल्में बनती हैं। उन्ही में से कई फ़िल्में ऐसी होती हैं, जिनके आने और जानें के बारे में किसी को कुछ पता नहीं चलता है। लेकिन कुछ ऐसी फ़िल्में होती हैं, जो दर्शकों के दिमाग़ पर गहरा असर छोड़ जाती हैं। उन्ही में से एक फ़िल्म थी शोले। शोले ने भारतीय सिनेमा को नए आयाम पर ले जानें का काम किया था। यह फ़िल्म आज से 43 साल पहले 15 अगस्त के दिन ही रिलीज़ हुई थी। इस फ़िल्म के बारे में कुछ ऐसी बातें हैं, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। आज हम आपको इस फ़िल्म की कुछ ख़ास बातें बताने जा रहे हैं।

जानिए शोले के बारे में ख़ास बातें:

*- एक मैगज़ीन के अनुसार शोले में ठाकुर का रोल पहले धर्मेन्द्र करना चाहते थे। लेकिन जब उन्हें पता चला कि उनकी क्रश हेमा मालिनी वीरू के कैरेक्टर के अपोज़िट काम करेंगी तो उन्होंने तुरंत वीरू के रोल के लिए हाँ कर दिया था। पहले फ़िल्म में वीरू का रोल संजीव कुमार करने वाले थे, जिहे बाद में ठाकुर का रोल दिया गया। यह बात बहुत कम लोग जानते हैं कि संजीव कुमार का भी दिल हेमा मालिनी के लिए धड़कता था और उन्होंने फ़िल्म से ठीक पहले हेमा मालिनी को प्रपोज़ भी किया था, लेकिन हेमा मालिनी ने उनका प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया था।

*- फ़िल्म में गब्बर का किरदार एक असली डाकू के जीवन से प्रभावित था। गब्बर नाम का एक असली डाकू ग्वालियर के पास रहता था जो पुलिस वालों के नाक कान काट लेता था।

*- पहले फ़िल्म में गब्बर का रोल डैनी को दिया गया था, लेकिन वो किसी दूसरी फ़िल्म की शूटिंग के सिलसिले में अफगानिस्तान गए हुए थे। इस वजह से फ़िल्म निर्माता ने गब्बर के रोल के लिए अमजद खान को लिया था।

*- आपकी जानकारी के लिए बता दें शोले पहली ऐसी फ़िल्म थी जो स्टीरियोफोनिक साउंड के साथ 70mm में बनाई गयी थी।

*- पहले फ़िल्म की कहानी के अनुसार गब्बर को ठाकुर मारने वाला था, लेकिन वह सीन बहुत ही हिंसक दिख रहा था। इसके बाद मेकर्स ने इसे बदल दिया। इस फ़िल्म में बच्चे के किरदार में सचिन को भी क्रूरता से मारने का सीन था, जिसे हटा दिया गया था।

*- शोले 15 अगस्त 1975 को भारत के कई सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई थी, लेकिन फ़िल्म की शुरुआत बहुत ही बुरी थी। लेकिन कुछ ही समय बाद अचानक से फ़िल्म चल निकली और ब्लॉकबस्टर साबित हुई। इसने कई रिकार्ड भी तोड़ दिए।

*- पहले शोले में जय का किरदार शत्रुघ्न सिन्हा करने वाले थे। वो मेरा गाँव मेरा देश करने के बाद काफ़ी प्रसिद्ध हुए थे।

*- फ़िल्म के क्लाइमेक्स में असली बंदूक़ की गोलियों का इस्तेमाल किया गया था। एक सीन में धर्मेन्द्र की एक गोली अमिताभ बच्चन को लगते-लगते रह गयी थी।

*- शोले फ़िल्म में सबसे प्रसिद्ध किरदार गब्बर का था। आज भी जब बॉलीवुड के टॉप विलेन की गिनती होती है तो उसमें गब्बर का नाम ज़रूर आता है। फ़िल्म में गब्बर के कुल 9 सीन थे। लेकिन हर सीन में गब्बर के रूप में अमजद खान ने ऐसा प्रभाव छोड़ा की आज भी लोग उन्हें याद करते हैं।

*- गब्बर ठाकुर के एक लड़के को मार देता है, वह कोई और नहीं बल्कि थिएटर एक्टर अरविंद जोशी थे। आपकी जानकारी के लिए बता दें बॉलीवुड अभिनेता शरमन जोशी अरविंद जोशी के ही बेटे हैं।

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